उत्तर प्रदेश के डिफेंस कॉरीडोर के सभी छह नोड्स भारत को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के अभियान को सार्थक कर रहे हैं। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम एंड टेक्नोलॉजीस लिमिटेड ने अपना कार्य प्रारम्भ किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके एम्युनिशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। अडानी समूह द्वारा उत्तर प्रदेश के कानपुर और तेलंगाना के हैदराबाद में एम्युनिशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स के शुभारम्भ हुआ है।
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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया गया है। इसमें लखनऊ में ब्रह्मोस, झांसी में भारत डायनमिक्स लिमिटेड, आर्म व्हीकल निगम लिमिटेड और टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, ग्लोबल इंजीनियरिंग लिमिटेड और डब्ल्यूवी इलेक्ट्रॉनिक्स इण्डिया लिमिटेड का कार्य प्रारम्भ हुआ है।
वहीं अलीगढ़ नोड में एंकर रिसर्च लैब एलएलपी और कानपुर में अडानी डिफेंस सिस्टम एण्ड टेक्नोलॉजी लिमिटेड जैसी बड़ी-बड़ी कम्पनियां काम कर रही हैं। उत्तर प्रदेश के डिफेंस कॉरीडोर में डिफेंस एण्ड एयरोस्पेस सेक्टर में स्टार्टअप्स के सहयोग के लिए सम्पूर्ण वातावरण बनाने का कार्य हुआ है। इसके पीछे उद्देश्य है कि भारत डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनने के साथ ही दुनिया की आवश्कताओं की पूर्ति कर सके।
पंद्रह महीने में पांच हजार एकड़ में बनकर तैयार अडानी समूह का यह उत्पादन कॉम्प्लेक्स दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एम्यिनशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स है। इसकी क्षमता प्रतिवर्ष डेढ़ सौ मिलियन राउण्ड एम्युनिशन उत्पादन की है। यहां रायफल,लाइट मशीन गन एके फोर्टी सेवन और कार्बाइन की गोलियां बनेंगी। इसके बाद अगले चरण में आर्टिलरी गन, गोला-बारूद, तोपें और हैण्ड ग्रेनेड समेत सेना के जवानों के लिए अलग-अलग तरह के अस्त्र-शस्त्र व सुविधाओं से सम्बन्धित उत्पाद निर्मित किए जाएंगे।
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पंद्रह सौ करोड़ रुपये से शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट अगले पांच वर्ष में तीन हजार करोड़ रुपये का विस्तार प्राप्त करेगा। इससे चार हजार लोगों को जहां सीधे-सीधे रोजगार प्राप्त होगा, वहीं इससे पांच गुना ज्यादा अप्रत्यक्ष रोजगार भी यह कॉम्प्लेक्स सृजित करेगा। साथ ही, यह कॉम्प्लेक्स अपनी ऊर्जा की जरूरतों के लिए सोलर पावर और वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा।
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नोएडा की स्थापना के करीब पांच दशक बाद प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड में ‘बीडा’ के रूप में नया औद्योगिक शहर बसाने जा रही है। यहां देश का सबसे बेहतरीन औद्योगिक शहर बनेगा। इस पूरे क्षेत्र के युवाओं को सबसे स्किल्ड कार्यबल के रूप में तैयार किया जाएगा।
रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री