भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों भारी बिकवाली के दबाव से जूझ रहा है। खासकर विदेशी निवेशक बड़े पैमाने पर अपना पैसा भारतीय बाजार से निकाल रहे हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजटरी लिमिटेड के डाटा के अनुसार, अक्तूबर में पहले तीन ट्रेडिंग सेशन में ही विदेशी निवेशकों ने 27,142 करोड़ रुपये के स्टॉक बेच डाले हैं।
भारतीय बाजार से पैसे निकालकर अन्य एशियाई बाजारों में कर रहे निवेश
4 अक्तूबर को ही विदेशी निवेशकों ने 15,506 करोड़ रुपये के स्टॉक बेच डाले। इस बिकवाली से निवेशकों के बाजार में भरोसे में गिरावट के तौर पर देखा जा रहा है। इस बिकवाली का भारत के इक्विटी बाजार पर भी गहरा असर पड़ा है और इक्विटी बाजार दबाव में है। विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी निवेशक अपने पैसे को भारतीय बाजार से निकाल अन्य एशियाई बाजारों जैसे चीन और हॉन्ग कॉन्ग में निवेश कर रहे हैं, जहां उन्हें ज्यादा अच्छे निवेश की उम्मीद है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने बताया कि विदेशी निवेशकों द्वारा स्टॉक बेचने की बड़ी वजह चाइनीज स्टॉक का खराब प्रदर्शन है। अब चीन की सरकार ने कई नीतिगत फैसले लिए हैं, जिनसे चीन के शेयर बाजार में तेजी की उम्मीद की जा रही है। यही वजह है कि बेहतर रिटर्न के लालच में विदेशी निवेशक अब चीन के बाजार का रुख कर रहे हैं। बाजार विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष बढ़ता है और तेल के ठिकानों पर हमले होते हैं तो इसका असर तेल की कीमतों पर पड़ेगा और इससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ सकती है। यही वजह है कि विशेषज्ञ निवेशकों को आने वाले हफ्तों में सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।