लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के मार्गदर्शन में कोडिंग क्लब द्वारा एक्सप्लोरिंग वेब 3 विद पॉलीगॉन विषय पर सेमिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने वेब 3 और ब्लॉकचेन तकनीक की नवीनतम एप्लिकेशन्स का मेडिकल, ई-कॉमर्स, फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में बढ़ते प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी और तकनीकी संकाय के डीन प्रोफेसर एके सिंह द्वारा अतिथि वक्ताओं के सम्मान में एक औपचारिक गुलदस्ता प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पॉलीगॉन कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर आयुष भदौरिया ने वेब 3 की नई टेक्नोलॉजी जैसे कंसेसन्स, प्रूफ आफ वर्क, प्रूफ आफ स्टेट, स्मार्ट कांट्रैक्ट, एनएफटी, ब्लॉकचेन माइनिंग के अनुप्रयोगों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
दूसरे वक्ता पॉलीगॉन वेब3 सिक्योरिटी के रिसर्चर राहुल सक्सेना ने वेब 3 सुरक्षा पर अपनी विशेषज्ञता साझा की। बिटकॉइन,एथेरियम, फ्लैश लोन,ओरेकल मैन्युपुलेशन जैसे वेब3 इनोवेशन से छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ब्लॉकचेन में सारा बिज़नस डाटा एंड टू एंड गारंटीड इंक्रिप्टेड होता है एवं ये डेटा से सम्बन्धित धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करता है।
अगले वक्ता के रूप में एअरलिफ्ट के संस्थापक रचित मेगन ने ब्लॉकचेन की ऐतिहासिक प्रगति और भविष्य के लिए इसकी क्षमता पर चर्चा की। उन्होंने ब्लॉकचेन की उपयोगिता बताते हुए छात्रों को बताया कि किस प्रकार सरकार एवं पुलिस प्रशासन मिलकर ब्लॉकचेन की मदद से एफआईआर रजिस्टर करने की टेस्टिंग कर रही है, जिससे किसी भी प्रकार का डेटा मैनुपुलेशन ना हो सके, चिकित्सा के क्षेत्र में भी ब्लॉकचेन की उपयोगिता को उन्होंने विस्तार से समझाया।
कार्यक्रम के समापन में डॉ हिमांशु पांडेय ने कहा कि वेब 3 के साथ जुड़कर हमारे छात्र नये कैरियर अवसरों के लिए तैयार हो सकेंगे और वैश्विक नवाचार में योगदान दे सकेंगे। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन कोडिंग क्लब के छात्रों हर्षवर्धन सिंह, मृत्युंजय द्विवेदी, प्रियांशी राय, स्वप्निल राय, आस्था सेठ द्वारा किया गया।