चाईबासा। पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता के अनुसार कराईकेला थाना क्षेत्र के इंद्रवा की एक नाबालिग लड़की भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर जीवन कंडुलना के दस्ते के साथ रहती थी। उसके चाचा ने रुपयों की लालच में उसे बेच दिया था। नक्सलियों के जुल्म व प्रताड़ना से तंग आकर लड़की एक दिन दस्ते से भागकर घर आ गयी। कैंप के सभी लोग बन्दुक की नोक पर उसका यौन शोषण Sexual assault करते थे। पुलिस के सहयोग से उसे चक्रधरपुर महिला थाना लाया गया।जहां लड़की की आपबीत सुनने के बाद चक्रधरपुर पुलिस ने पोस्को एक्ट के तहत नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़िता की जुबानी
- पीड़िता ने बताया कि नक्सली जीवन कंडुलना, रामबीर कालिया और सूर्या लगातार रायफल का भय दिखाकर शारीरिक शोषण करते थे।
- जूठे बर्तन मंजवाते, खाना बनवाते व कपड़ा धोने का काम करवाते थे।
- 26 जनवरी को पुलिस के साथ जीवन कंडुलना के दस्ते की मुठभेड़ हुई।
- इसके बाद मौका देखकर दस्ते से भाग कर वह घर पहुंच गई।
- एसपी ने तत्काल 10 हजार रुपये की मदद पुलिस विभाग की ओर से की।
- पीड़िता ने बताया कि नक्सलियों के चंगुल में ओर भी लड़कियां फंसी हैं।
- वह भी दस्ता छोड़ कर भागना चाहती हैं,सभी को बंदी बना कर रखा हुआ है।
- पीड़िता ने बताया कि वर्तमान में जीवन कंडुलना पोड़ाहाट के जोगोबेड़ा, जोजोगड़ा, रायबेड़ा, सेरेंगदा आदि क्षेत्रों में रह रहा है।
- गांव में दबाव बनाकर कम उम्र के लड़के एवं लड़कियों को दस्ते में शामिल कर लेता है।
- नाबालिग को डिस्ट्रिक्ट लीगल सविर्स अथॉरिटी (डीएलएसए) के माध्यम से पोक्सो एक्ट के तहत जो मदद होगी वह दी जाएगी।
- डीएलएसए सचिव से इस संबंध में बात की गई है,सभी सरकारी सुविधा का लाभ दिलाया जाएगा।