जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान कहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस्लामाबाद में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत सेना के जवान आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के लिए पांच से 17 अक्तूबर तक शहर में ही रहेंगे। बता दें कि पाकिस्तान 15-16 अक्तूबर को एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है।
इस्लामाबाद में सेना के जवानों की तैनाती
खाबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में पीटीआई के समर्थक इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए डी-चौक पहुंचे, जिसके बाद ही सेना के जवानों को वहां तैनात किया गया। दरअसल, पीटीआई समर्थक इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे हैं। पूर्व पीएम इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार के आह्वान के बावजूद प्रदर्शन को स्थगित करने से इनकार कर दिया था। खैबर पख्तूनख्वा के सीएम के सूचना सलाहकार मुहम्मद अली सैफ ने कहा कि इस्लामाबाद में पीटीआई के प्रदर्शन को रोकने के लिए सेना को तैनात किया गया है।
पिछले महीने इमरान समेत तीन नेताओं के खिलाफ दर्ज हुए थे नए मामले
पिछले महीने इमरान खान के खिलाफ रावलपिंडी के लियाकत बाग इलाके में उनकी पार्टी द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद तीन मामले दर्ज किए गए थे। इमरान के अलावा अली अमीन गंडापुर और पीटीआई के चेयरमैन बैरिस्टर गोहर खान के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। उनपर हत्या का प्रयास, धारा 144 का उल्लंघन और आतंकवाद से संबंधित अपराधों के आरोप लगाया गया है। बता दें कि पूर्व पीएम इमरान खान को पिछले साल पांच अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें चुनाव आयोग द्वारा पहले तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया गया था। इसके बाद से ही वह जेल में बंद हैं।