विदेश में बसने की इच्छा हर नौजवान संजोए रखता है रास्ता चाहे कोई भी हो, उद्देश्य केवल विदेश जाने का है। जो लोग विदेश जाने के लिए इमिग्रेशन कंस्लटेंट्स के चक्कर लगा चुके हैं वो डंकी शब्द से अवश्य ही परिचित होंगे लेकिन आम जनता में से बहुत कम आबादी होगी जो इस नाम से परिचित हो। विदेश में जाने के दो रास्ते हैं एक तो वैध है और दूसरा है अवैध जिसे डंकी भी कहा जाता है। अवैध ढंग से विदेश जाने की कहानी बयां करती है फिल्म डंकी, जो 21 दिसंबर को सिनेमाघरों में रीलीज हो चुकी है। फिल्म यह संदेश देने में पूरी तरह सफल हुई है कि अवैध ढंग से किया गया कोई भी काम न तो स्वयं के लिए न परिवार के लिए ही हितकर होता है। राजकुमार हिरानी और शाहरुख खान इस फिल्म के जरिए पहली बार एक साथ एकजुट हुए हैं, और रिलीज से पहले ही फिल्म एडवांस बुकिंग में नए रिकॉर्ड कायम कर चुकी है। इससे पहले शाहरुख खान की पिछली दो फिल्में-पठान और जवान बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा चुकी हैं।
कहानी
कहानी चार पात्रों मनु (तापसी पन्नू), सुखी (विक्की कौशल), बल्ली(अनिल ग्रोवर) और बुग्गु (विक्रम) कोच्चर की है जिन्होंने लंदन जाकर अपने परिवारों के लिए कुछ बेहतर करने का सपना संजोया हुआ है। ये तीनों अपना विदेश जाने का सपना पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। लेकिन इन्हें वीजा नहीं मिलता और अब ये तीनों डंकी के जरिए इंगलैंड जाने की योजना बनाते हैं। इसी समय मनु के जीवन मेंं आर्मी ऑफिसर हार्डी (शाहरूख खान) का प्रवेश होता है जो मनु से प्यार कर बैठता है। अब क्या ये तीनों विदेश जा पाते हैं। क्या डंकी की राह इतनी आसान है, इस राह पर उन्हें कौन कौन सी समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। शाहरूख खान इन तीनों के लिए क्या करते हैं, यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी जो 21 दिसंबर को सिनेमाघरों में रीलीज हुई है।
एक्टिंग
हांलांकि फिल्म का पूरा भार शाहरुख के कंधों पर है लेकिन इस बार शाहरुख का साथ दे रहे हैं दिगगज निर्देशक राजकुमार हिरानी और दमदार कहानी। शाहरुख खान की खासियत है कि वे अपने किरदार में पूरी तरह डूब कर अभीनय करते हैं और इस फिल्म में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया है। रोमांस उनका मजबूत पक्ष है ,फिल्म में तापसी पन्नू के साथ उनके रोमांटिक सीन जबरदस्त हैं। तापसी पन्नू ने भी शानदार अभिनय किया है। किरदार के अनुरूप उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। अन्य सपोर्टिंग एक्टरस ने भी शानदार ढंग से फिल्म को सपोर्ट किया है। फिल्म में विक्की कौशल और गुरप्रीत घुग्घी ने भी छोटे छोटे किंतु असरदार किरदार निभाए हैं। बोमन इरानी ने भी इस फिल्म में इंगलिश कोचिंग देने वाले प्रोफेसर की शानदार भूमिका निभाई है।
निर्देशन
फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी ने काफी अर्से बाद वापसी की है। संजू फिल्म के बाद वे करीब पांच साल बाद वापसी कर रहे हैं। वे ऐसे निर्देशक हैं जो जिस विषय पर फिल्म बनाते हैं उसे पर पहले अपनी तरफ से गहन रिसर्च और होम वर्क करते हैं फिर मैदान में उतरते हैं। उनकी गणना ऐसे निर्देशक के तौर पर होती हैं जो कहानी से लेकर स्क्रीनप्ले, एडिटिंग आदि का काम अपनी देखरेख में अंजाम देते हैं। उन्होंने हर एक्टर्स से शानदार काम लिया है । फिल्म में एडिटिंग भी स्टीक है । फिल्म की र$फतार एक जैसी रहती है, कहीं भी कमजोर नहीं पड़ती। फिल्म के डायलॉग भी शानदार हैं।
म्यूजिक
फिल्म के गीत जावेद अख़्तर, इरशाद कामिल, वरुण ग्रोवर, अमिताभ भट्टाचार्य, कुमार और स्वनंद किरकरे ने लिखे हैं और संगीत दिया है प्रीतम ने। गीतों को अपनी आवाज दी है सोनू निगम, अरिजित सिंह, दिलजीत दोसांझ, जावेद अली और श्रेया घोषल ने। फिल्म के सभी गाने अच्छे हैं जिनमें से लुट पुट गया, बंदा और निकले थे कभी हम घर से पहले से ही धूम मचा रहे हैं। शाहरूख खान के प्रशंसकों को एक बेहतरीन कहानी वाली फैमिली फिल्म की चाह रखने वालों के लिए यह फिल्म एक आदर्श फिल्म है। फिल्म पूरी तरह से पैसा वूसल फिल्म कही जा सकती है।