• सार्वजनिक भाषण में 31 छात्रों का उत्कृष्ट भाषण का प्रदर्शन
• डॉ श्वेतांगना संतराम और डॉ नेहा आनंद बतौर जज हुईं शामिल
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर टीचिंग लर्निंग एंड डवलपमेंट-सीटीएलडी की ओर से ‘स्पीचमास्टर्स: एक सार्वजनिक भाषण कार्यक्रम’ में कुल 31 प्रतिभागी छात्रों ने अपनी भाषण क्षमता का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम के जरिए छात्रों को सार्वजनिक भाषण कौशल में महारत हासिल करने का अवसर प्राप्त हुआ। छात्रों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि डीन लॉ प्रो हरबंश दीक्षित के संग डीन स्टुडेंट्स वेलफेयर प्रो एमपी सिंह, पैरामेडिकल के प्रिंसिपल प्रो नवनीत कुमार, एग्रीकल्चर के डीन प्रो प्रवीण जैन, डीन नर्सिंग प्रो एसपी सुभाषिनी, प्रिंसिपल लॉ डॉ सुशील कुमार, प्रिंसिपल फार्मेसी प्रो अनुराग वर्मा की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
इस समारोह में सभी छात्रों ने अपनी भाषण क्षमता का प्रदर्शन किया और एक-दूसरे के विचारों को समझने की संवेदनशीलता दिखाई। छात्रों को चिट के माध्यम से स्टेज पर जाने के 4 मिनट पहले अपना टॉपिक मिला, जिस पर सभी ने ऑन स्पॉट स्पीच दे अपनी प्रतिभागिता दर्ज कराई।
👉🏼क्या प्रयोगशाला में रिसाव से फैला था कोरोनावायरस? विशेषज्ञों ने कोरोना की उत्पत्ति को लेकर उठाए सवाल
इसके माध्यम से छात्रों को सार्वजनिक भाषण कौशल में विशेष योग्यता प्राप्त होने का मौका मिला। फलस्वरूप एग्रीकल्चर कॉलेज के शिवांग त्यागी ने प्रथम स्थान, इंजीनियरिंग कॉलेज के उज्ज्वल जैन ने दूसरा, जबकि शांभवी मिलिंद कोठीवाल ने तीसरा स्थान प्राप्त कर बाकी सभी छात्रों को प्रेरित किया कि वे भी अपने डरों पर काबू कर इस संभव काम को असंभव न समझ कर इसे मेहनत के संग कुशलता पूर्वक कर सकते हैं।
विल्सोनिया स्कॉलर्स होम, मुरादाबाद की प्रधानाचार्य डॉ श्वेतांगना संतराम और टीएमयू की असिस्टेंट डायरेक्टर एकेडमिक्स डॉ नेहा आनंद शामिल हुईं। उन्होंने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन एवम् सीटीएलडी की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि हमें ऐसी प्रतियोगिताओं की दरकार है,जो छात्रों को हर दिन कुछ नया करने को प्रेरित करें।
छात्रों को प्रेरित कर सीटीएलडी के डायरेक्टर प्रो आरएन कृष्णिया ने स्टुडेंट्स की हौसलाफजाई करते हुए कहा, बड़ी संख्या में मौजूद श्रोताओं के बीच खड़े होकर अपने भाव व्यक्त करना हरेक के लिए मुमकिन नहीं होता है। उल्लेखनीय स्पीचमास्टर्स के लिए 248 प्रतिभागियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था।
राउंड 1 में चयनित 84 छात्रों को सीटीएलडी के ट्रेनर्स ने प्रत्येक छात्र को स्टेज पर बोलने के काबिल बनाने हेतु तीन महीनों तक कड़ी मेहनत की, नतीजतन इन सभी ने फरवरी में स्पीच प्रदर्शन किया, जिसमें कुल 34 प्रतिभागी फिनाले के लिए चयनित हुए।
इनमें से ग्लोसोफोबिया: फियर ऑफ पब्लिक स्पीकिंग के कारण 31 छात्रों ने फिनाले में प्रदर्शन किया। इस पूरी प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों को बल मिला, वे अपने डर पर काबू पा सके और ऑडी में मौजूद श्रोताओं के समक्ष खुद को व्यक्त कर सके।
👉🏼495 साल बाद भव्य महल में होली खेलेंगे रामलला, लगेंगे 56 भोग; मंदिर में होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
इवेंट कोऑर्डिनेटर एवं सीटीएलडी के मास्टर ट्रेनर अंकित शर्मा ने बोले, पब्लिक मंच पर आना आसान नहीं होता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण मैंने यह देखा, जब बैक स्टेज कुछ छात्रों के आंखों में डर के आंसू थे, पर हार न मानने का जज्बा भी था।
इसका प्रतिफल यह रहा, कार्यक्रम को सफल हो गया। डिप्टी डायरेक्टर डॉ दिलीप वार्ष्णेय, डॉ जैस्मीन स्टीफन, चार्वी खत्री, अलका दयाल, अतुल दयाल, सागर प्रताप सिंह, अन्वेषा सिसोदिया, प्रांशी जादौन, मनी सारस्वत, नवीन दुबे, शिवम कश्यप, अनंत भारद्वाज, प्रदीप पंवार, दीपक कटियार, पल्लव पांडे और चंद्रभूषण सिन्हा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।