यूपी के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। संविदा, पुर्ननियुक्ति और नियमित डॉक्टरों की भर्ती की जा रही है। डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जा रहा है। 2382 पदों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग में प्रस्ताव भेजा गया है। प्रक्रिया पूरी होते ही जल्द डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत 1903 डॉक्टर संविदा पर भर्ती किये एवं 344 रिटायर हो चुके डॉक्टर पुनर्नियोजन पर रखे जा चुके हैं। संविदा पर आने वाले डॉक्टरों को पांच लाख रुपये तक मासिक वेतन प्रदान किये जाने का भी प्रावधान किया गया है। इससे डॉक्टरों का सरकारी सेवा के प्रति रूझान व जिम्मेदारी बढ़ेगी।
यह कहना है उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का। उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारें डॉक्टरों की भर्ती को लेकर गंभीर नहीं थीं। इसकी वजह से अस्पतालों में लगातार डॉक्टरों की कमी रही। डॉक्टरों के रिटायर होने से संकट और गहरा हो गया। अस्पतालों की दशा सुधारने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की भर्ती के लिए अधियाचन लोक सेवा आयोग भेजा जा चुका है।