पेगासस जासूसी कांड में शशि थरूर की अगुवाई वाली संसद की स्थायी समिति केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय से पूछताछ करेगी.
इस मीटिंग से पहले शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि यह साबित हो गया है कि भारत में जिन लोगों के फोन टैप किए गए हैं, वो पेगासस अटैक का ही शिकार हुए हैं, क्योंकि यह प्रोडक्ट केवल सरकार को बेचा जाता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि कौन सी सरकार ने ऐसा कराया है, क्योंकि भारत सरकार कह रही है कि उसने ऐसा नहीं किया तो ऐसे में ये राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय है।
पेगासस कांड में देश-विदेश के हजारों लोगों के नंबर पर हुई बातचीत को चुराने का आरोप है. दावा किया जा रहा है कि इजराइली पेगासस सॉफ्टवेयर से देश के कई पत्रकारों और नेताओं के फोन टेप हुए हैं और इन्हें सरकारों को मुहैया कराई गई है.
आपको बता दें कि 2019 में व्हाट्सऐप में ऐसे ही पेगासस स्पाईवेयर की सेंध का मसला भी इस समिति के समक्ष लाया गया था। कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) की अध्यक्षता वाली IT मामलों में संसद की स्थायी समिति पेगासस (Pegasus) से जुडे़ ‘नागरिक डेटा सुरक्षा और सिक्योरिटी विषय को लेकर बैठक करेगी.