लखनऊ। जनपद के Tehsil headquarters तहसील मुख्यालयों में आज प्रदेश में पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दाम एवं मंहगाई, किसानों की परेशानियों, कानून व्यवस्था की बदहाली बढ़ते भ्रष्टाचार एवं छात्रों-नौजवानों के दमन को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी द्वारा पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ विधायकों, पूर्व विधायकों, सांसदों, पूर्व सांसदों एवं पूर्व मंत्रियों ने भाग लिया। प्रदर्शन के उपरांत राज्यपाल महोदय को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया।
Tehsil headquarters पर हुए विरोध प्रदर्शन
तहसील मुख्यालयों Tehsil headquarters पर हुए विरोध प्रदर्शन के सबंध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को चैपट कर दिया है। मंहगाई से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। डीजल, पेट्रोल और घरेलू गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। आज ही पेट्रोल-डीजल के दाम क्रमशः 80.48 तथा 72.48 रू0 प्रतिलीटर हो गए हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि कर्ज से दबा किसान परेशानी में फांसी के फंदे पर झूल रहा है। उसको फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिला है। गन्ना किसानों का 12 हजार करोड़ रूपया बकाया है।
श्री अखिलेश की समाजवादी पार्टी की सरकार के समय जिन बेरोजगारों नौजवानों को रोजगार मिला था उनसे छीना जा रहा हैं। लाखों बेरोजगार दर-दर ठोकरे खा रहे है। सरकार से रोजगार की मांग करने पर लाठी गोली का शिकार होना पड़ रहा हैं तथा उन पर फर्जी मुकदमें लगाकर जेल भेजा जा रहा है। सत्ता के नशे में भाजपा सरकार संवेदन शून्य हो गई हैं। आज समाजवादी पार्टी का धरना-प्रदर्शन भाजपा सरकार के प्रति जनाक्रोश को ही प्रदर्शित करता है। राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर उनसे हस्तक्षेप कर जनसमस्याओं के समाधान की अपेक्षा की गई है।