भारत और पाकिस्तान के बीच का कोई भी मुकाबला प्रशंसकों को रोमांच से भर देता है। पिछले कई वर्षो से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज बंद है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दोनों टीमें कई बार भिड़ चुकी हैं। द्विपक्षीय सीरीज में भले ही पाकिस्तान ने अधिक जीत दर्ज की हो, लेकिन विश्व कप में वह अभी तक भारत को मात नहीं दे पाई है।
दो बार की विजेता भारत ने अब तक विश्व कप में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान का छह बार सामना किया है और हर बार भारतीय टीम को सफलता मिली है। भारत ने 1983 और 2011 में विश्व कप जीता था जबकि पाकिस्तान ने 1992 में यह खिताब जीता था। भारत और पाकिस्तान के बीच 1975, 1979, 1983, 1987 में कोई मुकाबला नहीं हुआ था।
पहली बार दोनों टीमें 1992 में भिड़ी थीं और भारत ने अपने पड़ोसी के खिलाफ जीत का जो सिलसिला शुरू किया था, वह आज तक कायम है।
पहला : 1992 (सिडनी)
इस संस्करण में पाकिस्तान ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार खिताब अपने नाम किया, लेकिन उससे पहले भारत के खिलाफ उसे 43 रनों से हार झेलनी पड़ी थी। सिडनी में हुए मैच में टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और सचिन तेंदुलकर के नाबाद 54 रनों की मदद से सात विकेट के नुकसान पर 216 रन बनाए। जवाब में पाकिस्तान की टीम 173 रनों पर ही सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से आमिर सोहेल ने 62 रन बनाए थे। भारत की ओर से कपिल देव, मनोज प्रभाकर और जवागल श्रीनाथ ने दो-दो विकेट लिए थे। युवा तेंदुलकर को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।
दूसरा : 1996 (बेंगलुरू)
इस बार भारत और पाकिस्तान की टीमें बेंगलुरू में टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में भिड़ीं। इस बार भी भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 93 रनों की बदौलत 287 रन बनाए। पाकिस्तान ने बेहतरीन शुरुआत की लेकिन अनिल कुंबले (3 विकेट) और वेंकटेश प्रसाद (3 विकेट) की गेंदबाजी के आगे पूरी टीम 248 रनों पर पवेलियन लौट गई और 39 रनों से मुकाबला हार गई। सिद्धू ‘मैन ऑफ द मैच’ बने।
तीसरा : 1999 (मैनचेस्टर)
भारत का प्रदर्शन इस संस्करण में भले ही निराशाजनक रहा हो, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उसने एक बार फिर दमदार प्रदर्शन किया और 47 रनों से जीत दर्ज की। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और छह विकट खोकर 227 रन बनाए। राहुल द्रविड़ ने टीम की ओर से सबसे अधिक 61 रन जड़े। जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम महज 180 रनों पर सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से इंजमाम उल हक ने 41 रन बनाए। ‘मैन ऑफ द मैच’ वेंकटेश प्रसाद ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट चटकाए।
चौथा : 2003 (सेंचुरियन)
सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम इस संस्करण में फाइनल तक पहुंची थी लेकिन आस्ट्रेलिया से हार गई थी। इस विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान को भी छह विकेट से शिकस्त दी थी। पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सईद अनवर (101) के शतक की बदौलत सात विकेट खोकर 273 रन बनाए। भारत ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए 45.4 ओवर में चार विकट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिए। ‘मैन ऑफ द मैच’ तेंदुलकर ने 98 रनों की अहम पारी खेली।
यहां बताना जरूरी है कि 2007 में भी आईसीसी विश्व कप खेला गया था, लेकिन भारत ग्रुप स्तर से ही बाहर हो गया था और इस कारण दोनों टीमों के बीच कोई मुकाबला नहीं हो सका था। पाकिस्तानी टीम भी ग्रुप दौर से बाहर हो गई थी। यह वही विश्व कप था, जिसमें पाकिस्तानी कोच बॉव वूल्मर अपने होटल के कमरे में मृत पाए गए थे। वूल्मर के मौत के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हो सका है।
पांचवां : 2011 (मोहाली)
दूसरी बार विश्व कप का खिताब जीतने से पहले इस संस्करण के सेमीफाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ, जहां मेजबान टीम ने 29 रनों से जीत दर्ज की। मोहाली में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट खोकर 260 रन बनाए। पाकिस्तान की टीम जवाब में 231 रनों पर ही ढेर हो गई। इस मुकाबले में भी तेंदुलकर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 85 रनों की पारी खेली और ‘मैन ऑफ द मैच’ चुने गए।
छठा : 2015 (एडिलेड)
इस विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 76 रनों से एकतरफा जीत दर्ज की थी। इस मुकाबले में भी भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए ‘मैन ऑफ द मैच’ विराट कोहली (107) के शतक के दम पर सात विकेट खोकर 300 रन बनाए। पाकिस्तान की टीम जवाब में 224 रनों पर सिमट गई। इस मैच में भारत की ओर से मोहम्मद समी ने चार विकेट लिए थे।
मौजूदा विश्व कप की बात की जाए तो भारत ने अब तक तीन मुकाबले खेले हैं। उसे दो में जीत मिली है जबकि उसका एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। भारतीय टीम पांच अंकों के साथ 10 टीमों की तालिका में तीसरे स्थान पर है जबकि पाकिस्तान ने चार मैच खेले हैं और दो में हार तथा एक में जीत मिली है। उसका भी एक मैच रद्द हुआ है। यह टीम तीन अंकों के साथ आठवें स्थान पर है।