2019 के लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है, एक तरफ कांग्रेस लगातर अपने बुरे दौर से गजर रही है तो वही दूसरी ओर राहुल गांघी इन चुनावों में हार मिलने के बाद से ही कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफे देने के अपने फैसले पर कड़ा रुख अख्तियार किये हुए। तमाम वरिष्ठ नेताओं द्वारा राहुल को समझाने के बाद इस बार राहुल अपनी बात से पीछे नहीं हट रहे है। और अब यह सुनिश्चित हो चुका है कि कांग्रेस को अब नया अध्यक्ष मिलना तय है।
जिसके लिए पार्टी ने अपने स्तर पर काम शुरु कर दिया है, पार्टी अब ऐसा नेता ढूढ़ रही है जो कांगेस को राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ा सके, पार्टी ने अपने अध्यक्ष के चुनाव की जिम्मेदारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल को दी है। इस टीम ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए ए के एंटनी के सामने प्रस्ताव रखा था जिसे एंटनी ने अपने स्वास्थय कारणों का हवाला देकर मना कर दिया है। कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस में पूरी निष्ठा है मगर लगातार खराब स्वास्थय के कारण इस जिम्मेदारी को निभाना उनके लिए मुश्किल है।
जिसके बाद खबर आयी थी कि पार्टी ने अपने महासचिव के सी वेणुगोपाल को कार्यकारी अध्यक्ष पद देने को प्रस्ताव दिया था जिसे उन्होंने भी अन्य कारणों का हवाला देकर पद ग्रहण करने से मना कर दिया है।पार्टी के दो बड़े नेताओं के मना करन के बाद पार्टी अब उत्तर भारत से किसी ऐसे नेता को अध्यक्ष बनाने के मूड में है जो पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने के साथ-साथ गांधी परिवार के करीब भी हो ।