गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21st Commonwealth Games में भारत ने सुनहरा प्रदर्शन करते हुए अपनी पारी का अंत किया। आखिरी दिन तक भारतीय खिलाडियों की मेहनत रंग लाई और भारत ने ग्लास्गो के 64 पदकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
21st Commonwealth Games में भारत रहा तीसरे स्थान पर
21वें राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार अपने सराहनीय प्रदर्शन के चलते भारत तीसरे स्थान पर काबिज़ रहा। न सिर्फ भारत ने तीसरे स्थान को हासिल किया बल्कि ग्लास्गो कॉमनवेल्थ के पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ने में कामयाब रहा। भारत ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में कुल मिलाकर भारत ने 66 पदक जीते जिनमें 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल हैं। भारत से पहले 45 गोल्ड और कुल 136 पदकों के साथ इंग्लैंड दूसरे तो पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया रहा। ऑस्ट्रेलिया ने 80 गोल्ड मेडल के साथ कुल 197 मेडल जीते।
टेबल टेनिस में आया कांस्य पदक
दिन की शुरुआत में टेबल टेनिस के मिक्स्ड डबल्स मुकाबले में भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिला। मनिका बत्रा और जी.साथियान की जोड़ी ने हमवतन अचंत शरत कमल और मौमा दास की जोड़ी को 11-6, 11-2, 11-4 से हराया। इन कॉमनवेल्थ गेम्स में मनिका बत्रा का यह चौथा मेडल है।
आखिरी दिन बैडमिंटन में शानदार प्रदर्शन
आखिरी दिन हुए बैडमिंटन के महिला सिंगल्स इवेंट में गोल्ड मेडल और सिल्वर मेडल दोनों ही भारत के नाम रहा। इस इवेंट के फाइनल में दोनों भारतियों ये होने से ये तो पहले ही तय था की इस इवेंट का गोल्ड और सिल्वर दोनों ही भारत के होने तय है।
बैडमिंटन के महिला सिंगल्स फाइनल के इस स्पर्धा में सायना नेहवाल ने पी.वी. सिंधु को 21-18, 23-21 से हराकर स्वर्ण पदक जीता, वहीं पी. वी. सिंधु को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
सायना राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं।
श्रीकांत ने भी जीता सिल्वर
किदांबी श्रीकांत स्वर्ण पदक जीतने में नाकाम रहे। तीन सेट तक चले कड़े मुकाबले में मलेशिया के ली चोंग वी ने 21-19, 14-21, 14-21 से मात देकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया वहीं श्रीकांत को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पहला सेट 23 मिनट, दूसरा सेट 21 मिनट और तीसरा सेट भी 21 मिनट चला।
इसके बाद पुरुष डब्ल्स के बैडमिंटन फाइनल में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने सिल्वर मेडल हासिल किया। इन दोनों को फाइनल में इंग्लैंड के खिलाड़ियों से मात मिली।
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