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टेंट सिटी में हैंडीक्राफ्ट, ओडीओपी और जीआई उत्पादों के भी लगेंगे स्टॉल

• योगी सरकार की पहल पर काशी में लगने वाले टेंट सिटी से पर्यटन उद्योग को मिलेगा नया आयाम

• पूर्वांचल समेत यूपी के हस्त शिल्पियों को मिलेगा नया बाजार

• काशी में टूरिज्म इंफ्रास्ट्रचर को नए एक्सपीरियंस से जोड़ रही मोदी-योगी सरकार

• पर्यटकों की अप्रत्याशित बढ़ोतरी से स्थानीय व्यापारियों और शिल्पकारों को हुआ है फायदा

वाराणसी। काशी के उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर तंबुओं का शहर बस रहा है। तम्बुओं के इस शहर में उत्तर प्रदेश के हैंडीक्राफ्ट ओडीओपी और जीआई उत्पाद का भी स्टॉल लगाया जाएगा।

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पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार कच्छ की तर्ज़ पर कुछ महीनों के लिए गंगा उस पार रेत पर टेंट सिटी बसा रही है। जहा पर्यटकों के रहने के साथ ही उनके बनारसी खान पान, वाटर स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।

वाराणसी विकास प्राधिकरण के सचिव सुनील वर्मा ने बताया कि रेत में तंबुओं का शहर 30 हेक्टेयर में बसाया जा रहा है। यहां लगभग 300 के क़रीब टेंट हाउस होंगे। जिनमें ठहरने की सुविधा के लिए स्विस कॉटेज, रिसेप्शन एरिया, गेमिंग जोन, रेस्टोरेंट, डायनिंग एरिया, कॉन्फ्रेंस स्थल, स्पॉ एवं योगा केन्द्र, लाइब्रेरी एवं आर्ट गैलरी के अतिरिक्त वॉटर स्पोर्टस, कैमल-हार्स राइडिंग आदि तथा अन्य सांस्कृतिक एवं स्पोर्ट्स गतिविधियां होंगी।

टेंट सिटी के एक क्लस्टर का निर्माण करा रही लल्लूजी एंड संस के ओनर हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि देश विदेश में हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद काफी पसंद किये जाते हैं। इसे देखते हुए टेंट सिटी में उत्तर प्रदेश के ओडीओपी, जीआई टैग उत्पाद और हैंडीक्राफ्ट के स्टॉल भी लगाए जाने की योजना है।

वाराणसी के इंफ्रास्ट्रचर को मजबूती और पर्यटन स्थलों के साथ ही धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के बाद काशी में पर्यटकों की अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। अब योगी सरकार की पहल पर लगने वाले टेंट सिटी से पर्यटन उद्योग को एक और आयाम मिलेगा, जिससे पूर्वांचल समेत यूपी के हस्त शिल्पियों को भी नया बाजार मिलेगा।

रिपोर्ट-संजय गुप्ता

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