कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने देश भर लागू लॉकडाउन के दौरान अनेक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. खासतौर पर देश के विभिन्न स्थानों पर फंसे लोग घर वापसी के लिये खासे परेशान हैं. साधन न होने के कारण अनेक प्रवासी मजदूर पैदल ही घर की ओर चल पड़े.
इसी दौरान परिजनों को घर पहुंचाने के लिये एक व्यक्ति ने बाइक चुरा ली और परिजनों को घर पहुंचाने के बाद उसने पूरी ईमानदारी से बाइक को पार्सल से वापस मालिक के पास भेज दिया.
ये घटना तमिलनाडु के कोयम्बटूर की है. चाय की एक दुकान पर काम करने वाला एक शख्स लॉकडाउन के चलते फंस गया. ऐसे में उसने 18 मई को अपनी बीवी और बच्चों को घर पहुंचाने के लिए एक बाइक चुरा ली. दो हफ्ते के बाद उसने बड़ी ईमानदारी से बाइक को पार्सल के जरिए वापस भेज दिया. बाइक के मालिक एक आंत्रपेन्योर हैं. वो इंजीनियरिंग टूल्स बनाने की एक यूनिट चलाते हैं.
बाइक के मालिक सुरेश कुमार को जब पार्सल वालों ने फोन किया तो वो अपनी बाइक देखकर हैरान रह गए. खास बात ये है कि पार्सल के पैसे खुद बाइक के मालिक को देने पड़े. दरअसल बाइक चुराने वाले ने पे ऑन डिलीवरी के तहत बाइक पार्सल की थी. पार्सल कंपनी ने सुरेश कुमार से हजार रुपये लिए. हालांकि सीसीटीवी से पता चला था कि बाइक चुराने वाला चाय के दुकान पर काम करता था. आसपास के लोगों ने सीसीटीवी को देखने के बाद आरोपी की पहचान की थी. अच्छी बात ये है कि उसने ईमानदारी से बाइक वापस कर दी.