शिक्षा व परीक्षा दोनों ही आवश्यक है,लेकिन इतने मात्र से जीवन की सिद्धि नहीं हो सकती। भारतीय चिंतन में धर्म अर्थ काम मोक्ष का उल्लेख है। इसी के साथ अविद्या की भी चर्चा की गई। किताबी ज्ञान जीवन का एक पहलू मात्र है। यह सर्वस्व नहीं है। शिक्षा परीक्षा साधन ...
Read More »