◆◆ मैं शहर हूं ◆◆ हाँ, मैं शहर हूँ जागा हुआ रहता रात भर हूं चैन की नींदें कहां भाग्य मेरे व्यस्तता ही रहती हमेशा साथ मेरे चाहता हूं मैं भी कभी हो सवेरा ऐसा जब ना कोई बेसबर हो शांति भरी हो रातें और सुनहरी सी सहर हो सड़कों ...
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