Breaking News

Tag Archives: Child Marriage

भारत के 14 राज्यों में बाल विवाह बढ़ने की खबर; यूपी में पांच लाख बच्चों ने किया विरोध

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने गुरुवार को खुलासा किया है कि देश में 11.4 लाख से अधिक बच्चों पर बाल विवाह (Child marriage) का खतरा मंडरा रहा है। एनसीपीसीआर के मुताबिक, उसने 2023-24 में इन बच्चों की मदद के लिए परिवारों से बात करने, बच्चों को स्कूल लौटाने ...

Read More »

क्यों लड़कों की तरह पढ़ नहीं सकती लड़कियां?

क्या लड़की होना पाप है? कोई गुनाह है? आखिर क्यों लड़की को यह बार-बार एहसास दिलाया जाता है कि वह एक लड़की है? लड़कियों को बचपन से ही इस तरह से ढाला जाता है कि वह सिर्फ घर के कामों के लिए ही बनी है. बाहर की दुनिया से उनका ...

Read More »

लड़कियों की शिक्षा के लिए उचित परिवेश की जरूरत

बालिका शिक्षा में निवेश से न केवल समुदाय बल्कि देश और पूरी दुनिया का नक्शा बदल सकता है. इससे बाल विवाह की संभावना कम और स्वस्थ जीवन जीने की संभावना अधिक हो जाती है. वे उच्च आय अर्जित करती हैं एवं उन निर्णयों में भाग लेती हैं जो उन्हें सबसे ...

Read More »

जीविका से गरीब महिलाओं को मिल रही आजीविका

तमाम सरकारी व गैर सरकारी प्रयासों के बाद भी अपना देश निर्धनता के दंश से अभी तक उबरा नहीं है. गरीबी उन्मूलन जैसे सरकारी कार्यक्रम बस एक ख्याली नारा बनकर रह गया है. ग्रामीण भारत की एक बड़ी आबादी आज भी आर्थिक समस्याओं से जूझ रही है. भुखमरी, कुपोषण, अशिक्षा ...

Read More »

गांवों में लड़कियों की उच्च शिक्षा के प्रति उदासीनता

किसी भी देश के विकास के लिए यह आवश्यक है कि उसके सभी नागरिक समान रूप से शिक्षित और दक्ष हों. चाहे वह शहरी क्षेत्र से हों या ग्रामीण, पुरुष हों या महिला. सभी बिना किसी भेदभाव और बाधा के सभी क्षेत्र में पारंगत हों. इसका अर्थ है कि विकास ...

Read More »

नारीवाद, भारतीय महिला और पवित्रता

मूल तौर पर, भारतीय महिलाएं, यहां तक कि महिलाओं के अधिकारों और समानता की समर्थक भी, नारीवादी शब्द का विरोध करती हैं, जो अक्सर आक्रामकता, यौन अनुमति, निर्लज्जता और स्त्री गुणों की कमी से जुड़ा होता है; नारीवादियों को मातृत्व, पारिवारिक मूल्यों और पुरुषों के खिलाफ माना जाता है। कई ...

Read More »

बाल विवाह: हजारों सपने टूट जाते हैं!

पहले हमारे देश में जब लड़कियों की शादी होती थी तो उनकी उम्र बारह से तेरह साल के आसपास होती थी. जिसके कारण उनमें शिक्षा और जागरूकता का अभाव था. लेकिन समय के साथ-साथ लोगों में सामान्य शिक्षा के कारण रूढ़िवादी सोच और परंपरा में कई बदलाव होने लगे. इसके ...

Read More »

बाल विवाह को ना कहती किशोरियां

बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार का सख्त फैसला इस वक़्त देश और दुनिया में सुर्खियां बनी हुई है. यह शायद पहला मौका है जब किसी राज्य सरकार ने इस सामाजिक बुराई के खिलाफ न केवल सख्ती की है बल्कि एक्शन भी लिया है. अब तक करीब तीन हज़ार से ...

Read More »

सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करती जातिगत कट्टरता

राजनीतिक लाभ के लिए जातिगत ध्रुवीकरण के अलावा उपरोक्त मांग के पीछे कुछ कारक सक्रिय नजर आते हैं। इस परिदृश्य में, यह कहना गलत नहीं होगा कि सामाजिक आर्थिक समानता लाने के उद्देश्य से की गई सकारात्मक कार्रवाई सत्ता हथियाने के एक उपकरण के रूप में अधिक हो गई है। ...

Read More »

Mann ki baat : आज की नारी शक्ति सशक्त एवं आत्मर्निभर – मोदी

नई दिल्ली। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ Mann ki baat कार्यक्रम में देश एवं समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एकमात्र नारी शक्ति ही है जो परिवार,समाज और देश को एकता के सूत्र में बंधे रखने का काम करती ...

Read More »