मैं आज जब प्रपंच चबूतरे पर पहुंचा तो चतुरी चाचा, ककुवा व बड़के दद्दा लड्डू खा रहे थे। चबूतरे पर तीन-चार डिब्बे मिठाई रखी थी। मेरे पहुंचते ही चतुरी चाचा चहक पड़े। मैं जैसे दो गज की दूरी पर पड़ी एक कुर्सी पर बैठा। ककुवा ने मुझे हाथ धोकर लड्डू ...
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