पवित्र अर्थात हर तरह से शुद्ध स्वभाव, कर्म, मन सभी की शुद्धता ही पवित्रता हैं साफ सफाई के साथ-साथ विचारों की शुद्धता पवित्रता लाती है, किसी स्थान की पवित्रता वहां के इतिहास से नहीं बल्कि स्थान पर किये गए आचरण से होती है। ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि ने कहा कि ...
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