बोतल में आम ‘माजा’ है नाम। भले ही यह स्लोगन व्यवसायिक हो,लेकिन इसमें कई निहितार्थ छिपे हुए हैं। कोरोना महामारी के दौर में तो यह ’स्लोगन’ और भी सामायिक हो जाता है। ठीक वैसे ही जैसे अक्सर यह कहा जाता है ‘जैसा खाएं अन्न,वैसा बने मन।’ या फिर अक्सर इसी ...
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