टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की टाटा डिजिटल लिमिटेड ने अलीबाबा समर्थित देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ग्रॉसरी कंपनी बिग बास्केट में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की है। टाटा डिजिटल, ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की 100 फीसदी स्वामित्व वाली अनुषंगी है। इस डील के साथ ही टाटा ग्रुप की अब रीटेल सेक्टर में अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों से सीधी टक्कर का रास्ता साफ हो गया है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह डील करीब 9500 करोड़ रुपए में हुई है। मार्च 2021 में इंडिया एंटी ट्रस्ट बॉडी से पहले ही इस डील को मंजूरी मिल चुकी है। इसके तहत टाटा संस बिग बास्केट में 64.30 फीसदी तक हिस्सेदारी खरीद सकती है। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टाटा ग्रुप ने बिग बास्केट में चाइनीज निवेशक अलीबाबा की हिस्सेदारी खरीदी है।
टाटा डिजिटल के सीईओ प्रतीक पाल ने शुक्रवार को कहा, ”भारत में व्यक्तिगत उपभोग खर्च में सबसे बड़ा खर्च किराना के सामान कहा है। बिग बास्केट भारत की सबसे बड़ी ई-किराना कंपनी होने के नाते एक वृहद उपभोक्ता डिजिटल पारिस्थितिकी बनाने की हमारी रणनीति में पूरी तरह सही बैठती है।”
इस डील का मूल्य नहीं बताया गया है। देश के उपभोक्ता ई-कॉमर्स कारोबार में ई- किराना सबसे तेजी से बढ़ रहा है। भारत में बढ़ता उप्रभोक्ता खर्च और डिजिटलीकरण से इस क्षेत्र के विस्तार को मदद मिल रही है।कोरोना महामारी के इस दौर में आन लाइन खरीद बढ़ी है। उपभोक्ता आज अच्छी गुणवत्ता का सामान आर्डर देकर चाहता है कि यह सुरक्षित तरीके से उसके घर पर पहुंच जाए।
बिग बास्केट की स्थापना 2011 में बेंगलुरु में हुई थी। तब से यह देश के 25 शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। बिग बास्केट के सीईओ हरि मेनन ने कहा, ”टाटा ग्रुप का हिस्सा बनने के बाद हम अपने भविष्य को लेकर काफी उत्साहित हैं। टाटा ग्रुप के साथ जुड़कर हम उपभोक्ता के साथ और बेहतर ढंग से जुड़ सकेंगे और अपनी आगे की यात्रा पर बढ़ सकेंगे।”