लखनऊ.राजधानी के सआतगंज में रहने वाले तेल व्यवसायी को गाली मारकर हत्याकर दी गई।घटना के तुरंत बात घायल को कारोबारी को ट्रामा में भर्ती कराया गया,जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक श्रवण कुमार साहू (50) निवासी सआतगंज शाम के समय अपने दुकान पर बैठे थे।तभी पल्सर सवार दो बदमाश आये और अधाधुंध फायरिंग करते हुए श्रवण को गोली मार दी।गोली व्यापारी के सिर में लगी।घटना के अंजाम देने के बाद बदमाश मौके फायर करते हुए फरार हो गये।सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया।जहां इलाज के दौरान उन्होंमे दम तोड़ दिया।ज्ञातव्य हो कि श्रवण कुमार साहू अपने जवान बेटे आयुष की हत्या की परेवी कर रहे थे। 16 अक्टूबर 2013 की रात बदमाश अकील ने पुलिस की सह पर आयुष की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना में फायरिंग के दौरान आयुष के दोस्त आकाश साहू व नितिन साहू भी घायल हो गये थे। पूर्व में अकील ने श्रवण कुमार साहू को फंसाने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम के साथ मिलकर चार बेगुनाहों को आर्म एक्ट में जेल भेजवा दिया था।क्राइम ब्रांच की टीम ने मनगढ़ंत कहानी बनाते हुए अधिकारियों को बताया था कि श्रवण साहू नाम के व्यापारी ने अकील नाम के व्यक्ति को मारने के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी।मामले का भाण्डा फूटते ही एसएसपी मंजिल सैनी ने कार्रवाई करते हुए एसआई धीरेन्द्र शुक्ला,कांस्टेबल धीरेन्द्र यादव,कांस्टेबल अनिल सिंह को बर्खास्त कर दिया था।वहीं कांस्टेबल राजाराम पाण्डेय,कांस्टेबल सुजीत कुमार,कांस्टेबल विवेक मिश्रा, कांस्टेबल आलोक पाण्डेय,कांस्टेबल लवकुश मिश्रा को निलम्बित कर दिया था।एसआई मोरमुकुट पाण्डेय, एसआई पंकज सिंह, एसआई संजय खरवार, एसआई विनय कुमार लाइन हाजिर कर दिया गया था। साथ ही प्रभारी निरीक्षक श्याम नारायाण यादव, प्रभारी चौकी मोहान दीपेन्द्र के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की गई थी।उक्त हत्याकांड के पीछे प्रथम दृष्टता पूर्व की हत्या और दोषियों को सजा मिलना ही मुख्य वजह दिख रही है।बहरहाल पुलिस मामले दर्ज कर हत्याभियुक्तों की गिरफ्तारी में जुट गयी है।