योग उम्र के हर पड़ाव में मददगार होता है। किशोरावस्था से लेकर वृद्धावस्था तक महिला और पुरुष नियमित योगासनों के अभ्यास से बेहतर स्वास्थ्य पा सकते हैं।
साथ ही कई तरह के रोगों से मुक्त रहते हैं। योगासन शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद है। उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं।
महिलाओं और पुरुषों की शारीरिक संरचना, उनके रोग कुछ अलग हो सकते हैं। ऐसे में दोनों के लिए ही योगासनों में भी कुछ भिन्नता है। महिलाओं को नियमित तौर पर तीन योगासनों का अभ्यास करना चाहिए।
सेतुबंधासन
ब्रिज पोज का अभ्यास भी महिलाओं के लिए लाभकारी है। इस आसन से पेल्विक और कोर मजबूत होते हैं। अनियमित पीरियड आने में असरदार होता है। वही सभी ज़रूरी अंगों में प्राण शक्ति का संचार करता है।
बालासन
इस योग के अभ्यास से मन मस्तिष्क शांत रहता है। हार्मोनल बदलाव के दौरान मानसिक स्थिति में स्थिरता रहती है। बालासन के अभ्यास से पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग होती है। दर्द में आराम महसूस होता है, साथ ही स्ट्रेस को दूर करने में मदद मिलती है।