लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने वाघा सीमा तक साइकिल यात्रा पर निकले महाराष्ट्र के 30 युवकों के दल को मंगलवार को राजभवन से झंडी दिखाकर रवाना किया। यह Cycle team साईकिल दल यूपी से उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब के रास्ते वाघा सीमा तक 1200 किलोमीटर की यात्रा करेगा। यात्रा का उद्देश्य ईंधन बचाना, प्रदूषण एवं पर्यावरण सुधार व स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का संदेश देना है। महाराष्ट्र से आये साईकिल यात्रा दल के सदस्यों में चिकित्सक, इंजीनियर, चार्टेड अकाउंटेंट, अधिवक्ता, व्यवसायी सहित छात्र सम्मिलित हैं।
इससे पहले भी ये Cycle team कर चुका है ऐसी यात्राएं
मालूम हो कि इससे पहले इस दल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यूरिक से एम्सटर्डम होते हुये स्विटजरलैंड, बेल्जियम, हालैंड, फ्रांस की 1800 किलोमीटर की यात्रा पूरी की है तथा राष्ट्रीय स्तर पर मुंबई से गोवा, गोवा से मंगलूर, मंगलूर से कन्याकुमारी, कन्याकुमारी से पुडुचेरी, पुडुचेरी से विशाखापट्टनम, विशाखापट्टनम से कोलकाता, मनाली से लेह तथा पटना से नेपाल तक की यात्रा भी की है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि लखनऊ से वाघा सीमा तक साइकिल यात्रा करना महाराष्ट्र और यूपी के बीच हुये सांस्कृतिक आदान-प्रदान के समझौते को आगे बढ़ाने का नया अध्याय है।
वहीं दल नायक डॉ नितीन थोरवे ने बताया कि यात्रा दल ‘जय जवान साइकिलिंग इंडिया टूर’ की स्थापना सन 2000 में हुई थी। लखनऊ से वाघा सीमा तक की साईकिल यात्रा में 78 वर्षीय उनके पिता थोरवे तथा 16 वर्षीय पुत्र हरीप्रीत थोरवे भी सम्मिलित हैं।