टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के बयान से ये साफ है कि युवा खिलाड़ियों को टीम में जगह बनाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज रिषभ पंत पर टीम से बाहर होने के खतरा मंडराने लगा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है बल्ले से लगातार उनका खराब प्रदर्शन और उसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का बयान। विराट कोहली ने कहा था कि टीम इंडिया के युवा खिलाड़ियों को खुद को साबित करने के लिए 4-5 मैच ही दिए जाएंगे। इस वक्त टीम इंडिया का ध्यान अगले वर्ष होने वाले टी20 विश्व कप पर है जिसके लिए ऐसी टीम तैयार करने की जरूरत है जो विश्व कप में हिस्सा लेगी। विश्व कप को देखते हुए टी20 टीम में युवाओं को मौके दिए जा रहे हैं ताकि वो खुद को साबित करें और उस अहम टूर्नामेंट का हिस्सा बनें।
विराट ने कहा था कि टीम मैनेजमेंट का भी ऐसा ही मानना है और मेरा भी कि युवा खिलाड़ियों को खुद को साबित करने के लिए 4-5 मैच ही दिए जाएंगे। विराट ने अपना उदाहरण देते हुए कहा था कि मैं भी जब टीम में आया था तब मैंने खुद को साबित करने के लिए इतने ही मौके दिए जाने की बात सोची थी ना कि 15 मैच। विराट की इन बातों से साफ जाहिर है कि अब युवाओं को बेहद कम समय में ही खुद को साबित करना होगा अगर उन्हें टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करनी है तो।
रिषभ पंत की बात करें तो टी20 मुूकाबलों में उन्होंने बल्ले से निराश ही किया है। वेस्टइंडीज दौरे पर तो वो क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में बल्लेबाजी नहीं कर पाए थे। एक टी20 मुकाबले में उन्होंने अर्धशतक लगाया था। अब रिषभ साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम का हिस्सा हैं ऐसे में उन्हें इस टीम के खिलाफ खुद को साबित करना ही होगा नहीं तो हो सकता है टीम में फिर से धौनी की वापसी हो जाए। ऐसे इसलिए भी है क्योंकि विराट ने धौनी के लिए विकल्प खुला रखा है। धौनी इस वक्त टीम में इस वजह से नहीं हैं क्योंकि रिषभ उनके सबसे बड़े विकल्प के तौर पर हैं। अगर रिषभ फेल होते रहते हैं तो धौनी की टीम में वापसी हो सकती है। यानी ये तो अब साफ है कि रिषभ को टीम में बने रहने के लिए अपने बल्ले से रन बनाने ही पड़ेंगे।