कुशल मानव श्रम के मामले में भारत को विश्व की राजधानी बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा पर विभिन्न मंत्रालयों ने साझा प्रयास शुरू कर दिए हैं। दिल्ली में पहली वर्चुअल ग्लोबल स्किल समिट आयोजित की गई, जिसमें दस देशों में तैनात भारत के राजदूतों ने भाग लिया। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित वर्चुअल समिट की संयुक्त अध्यक्षता शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने की।
दिल्ली में वर्चुअल ग्लोबल स्किल समिट का हुआ आयोजन
वर्चुअल ग्लोबल स्किल समिट के बाद विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया कि वर्चुअल ग्लोबल स्किल समिट पर मिशन के 10 प्रमुखों के साथ जुड़कर खुशी हुई। महामारी के बाद की अवधि में कौशल और कौशल भागीदारी महत्वपूर्ण होगी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने संबंधित देशों के साथ साझा सर्टिफिकेट कोर्स चलाने जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण देने पर जोर दिया। कहा कि हमें मांग और उपलब्ध कुशल मानव श्रम की मैपिंग करनी होगी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय यह रिपोर्ट तैयार कराएगा कि किस देश को किस क्षेत्र में प्रशिक्षित मानव संसाधन की जरूरत है।
समिट में कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर, शिक्षा राज्यमंत्री डा राजकुमार रंजन, विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन के अलावा आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान, मलेशिया, मारीशस, सगापुर, तंजानिया, यूएई और यूके के राजदूत शामिल हुए।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी