लखनऊ। महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय लखनऊ कैंपस में बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ाते हुए आज पांचवें दिन का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ कैंपस में चल रहे इस मिशन शक्ति अभियान को आज 5 दिन पूरे हुए और यह दिन- प्रतिदिन नए विषयों के साथ नए विचारों के साथ एवं नए-नए महिला विभूतियों के वक्तव्य के साथ इस अभियान का सफल आयोजन किया जा रहा है।
इस मिशन शक्ति अभियान का विषय say no to dowry रखा गया और इसका सफलतापूर्वक संचालन एवं आयोजन महर्षि स्कूल ऑफ फार्मेसी द्वारा किया गया।आज के इस शुभ अवसर पर विशेष अतिथि के रुप में डॉ. रूबी राज अध्यक्षा वैदेही वेलफेयर फाउंडेशन इंस्पेक्टर शशि मिश्रा थाना मड़ियांव एवं उनकी टीम और डॉक्टर पूनम पराशर असिस्टेंट प्रोफेसर बीबीएयू यूनिवर्सिटी, इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह एसएचओ थाना मड़ियांव ने अपना अमूल्य समय दिया।
विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉक्टर रूबी राज सिन्हा ने जो की अध्यक्षा है वेलफेयर वैदेही वेलफेयर फाउंडेशन की उन्होंने महिलाओं को खुद के लिए रेज योर वॉइस के वक्तव्य को प्रकट किया और महिलाओं को प्रेरित किया कि अपना सम्मान खुद बचाएं अपना सम्मान खुद बनाएं और बिल्कुल भी ना झुके। महिलाओं के सशक्तिकरण के विषय को लेते हुए इंस्पेक्टर शशि मिश्रा एसआई थाना ने अपने सामने आते हुए कई सारे केस जो कि दहेज प्रथा से संबंधित है महिलाओं को दहेज प्रथा उत्पीड़न ना सहने और अपने लिए आवाज उठाने पर प्रेरित किया।
इसी क्रम में लोगों को कुलपति महोदय एवं कुलसचिव महोदय को भी सुनने का अवसर प्राप्त हुआ, जिन्होंने अपने प्रेरित वक्तव्य से महिलाओं की महत्वता को विभिन्न विषयों एवं विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों चाहे वह घर हो या समाज हो या तकनीकी स्तर के द्वारा उनका गुणगान किया और उनके महत्व को समझने के लिए सब को प्रेरित किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. सपन अस्थाना ने डॉ. प्रकट किया और बधाई दी।
कार्यक्रम में महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सभी स्कूलों के डीन, टीचिंग स्टाफ एवं नॉन टीचिंग स्टाफ, छात्र ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से भारी संख्या में जुड़े रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर शिखर वर्मा डीन ऑफ फार्मेसी एवं मिस ज्योति असिस्टेंट प्रोफेसर, फार्मेसी, एवं फार्मेसी की सभी टीम मिस्टर आशुतोष पाठक, अलका श्रीवास्तव, सागरिका काबरा, प्रिया शुक्ला का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन ज्योति वर्मा ने किया।