मुखपत्र सामना (Saamana) में एक बार फिर अपने बीजेपी (BJP) पर कटाक्ष किया है। एक समय अपना भाई कहने वाली सेना ने भाजपा को 105 की पार्टी व पागल करार कर दिया। सामना ने लिखा कि जब से समाचार सामने आई है कि शिवसेना की सरकार बनने वाली है तब से कुछ लोगों के पेट में दर्द प्रारम्भ हो गया है।
‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, ”भाजपा अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए दूसरों पर आरोप लगा रही है, व यह हरकत खुद उनकी मानसिक स्थिति के लिए खतरनाक है।
सामना का बोलना है कि बीजेपी को मोदी के नाम पर वोट मिलते रहे हैं ऐसे में इस तरह की हरकतों से मोदी जी का है नाम बेकार हो रहा है। सामना ने सवाल उठाया कि गवर्नर के समक्ष सरकार बनाने में असमर्थ रही भाजपा आकस्मित राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद सरकार बनाने का दावा कैसे कर रही है? भाजपा के सत्ता मोह को सेना ने पागलपन करार दिया है, व बोला कि पागलों की संख्या बढ़ने प्रदेश की प्रतिष्ठा में बाधक है।
महाराष्ट्र में विधायकों का संख्याबल
नवनिर्वाचित महाराष्ट्र विधानसभा में 105 विधायकों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। जबकि शिवसेना के पास 56, राकांपा के पास 54 व कांग्रेस पार्टी के पास 44 विधायक हैं। गवर्नर ने बारी-बारी से तीनों दलों को सरकार बनाने का न्योता दिया, लेकिन कोई भी पार्टी बहुमत नहीं जुटा सकी। इसके बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है। हालांकि, प्रदेश के सियासी दलों में सत्ता को लेकर बैठकों का दौर जारी है।