वेब सीरीज, फिल्म के शानदार कंटेट लेकर पहचान बनाने वाले Netflix प्लेटफॉर्म का इन दिनों विरोध किया जा रहा है. Netflix पर मौजूद एक फिल्म में जीसस क्राइस्ट को लेकर गलत चित्रण किया गया है. इसे लेकर 15 लाख से ज्यादा लोगों ने Netflix पर से फिल्म हटाने की मांग की है. इसके लिए लोगों ने ऑनलाइन पिटीशन साइन की है.
दरअसल लोग नेटफ्लिक्स पर 3 दिसंबर को ब्राजील में रिलीज़ फ़िल्म ‘द फर्स्ट टेम्पटेशन ऑफ़ क्राइस्ट’ को लेकर विरोध कर रहे हैं. लोगों की मांग है कि इस फिल्म को हटाया जाए. इसके लिए Change.org पर एक ऑनलाइन पिटीशन साइन की गई है, जिसमें अब तक 1,529,504 लोग शामिल हो चुके हैं. ऑनलाइन पिटीशन में लिखा है, ‘फिल्म को नेटफ्लिक्स के कैटलॉग से जाए, इससे क्रिश्चियन समुदाय काफी नाराज है.’
इस फिल्म को स्केच कॉमेडी ग्रुप ‘पोर्टा डॉस फंडोस’ द्वारा बनाया गया है, जिसे यूट्यूब पर 16.2 लोगों ने सबस्क्राइब कर रखा है और 9.2 मिलियन लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं. नाराज लोगों का कहना है कि फिल्म में जीसस क्राइस्ट की गलत इमेज दिखाई गई है. वहीं जीसस की मदर मैरी को लेकर भी आपत्तिजनक चीजें दिखाई गई हैं.
इंडियन क्रिश्चियन वॉइस के अध्यक्ष अब्राह्म मथाई ने Netflix के CEO लेटर लिखकर फिल्म की आलोचना की है. उन्होंने फिल्म को वल्गर और अपमानजनक बताया. इसके ईसाई समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं.
हालांकि इस पूरे मामले में सफाई देते हुए मेकर्स ने कहा कि,’पोर्टा डॉस फंडोस कई सांस्कृतिक विषयों पर व्यंग्य और हास्य को महत्व देते हैं. इसके साथ लोकतांत्रिक देश के निर्माण के लिए सभी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिलना जरूरी है.’