नया साल आने में कुछ ही दिन रह गए हैं, वहीं इस साल के आखरी महिने के अंत होने से पहले 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है।
ये सूर्यग्रहण का नाम वलयाकार होगा इसे खंडग्रास सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है। इस दिन दक्षिण भारत के कुछ स्थानों पर कंकणाकृति सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। इस ग्रहन का समयकाल 2 घंटे 40 मिनट तक रहेगा। साल के आखरी महिने में ये ग्रहण पौष माह में लग रहा है इस ग्रहण के समय सूर्य, बुध, गुरु, शनि, चंद्र और केतू धनु राशि में एक साथ रहेंगे। समान्य तौर पर ग्रहण के समय पूजा-पाठ करना मना होता है।
लेकिन ग्रहण के दौराण मन ही मन अपने प्रभू की अराधना करें। ग्रहण के समय भोजन न करें। माना जाता है कि जो व्यक्ति ग्रहन के समय अन्न के जितने दाने खाता है उतने साल नरक में रहता है। विज्ञान के अनुसार ग्रहण के समय निकलने वाली किरणें भोजन को नुकसान पहुंचाती हैं।ग्रहण लगने से पहले पके हुए भोजन में कुश या तुलसी डाल देनी चाहिए जिससे खाने के पदार्थ दूषित नहीं होते। ग्रहण के समय गाय को घास, पक्षियों को दाना, और जरूरतमंदों को जरूरी दान करना चाहिए।
इसके साथ ही ग्रहण के समय सोना भी वर्जित कार्य है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही नुकीली चीजो का इस्तेमाल करें।