लखनऊ। चारबाग क्षेत्र में गुरुनानक मार्केट में गुरुवार को समय पर इलाज ना मिल पाने के प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक गर्भवती गाय के गर्भ ने पेट में ही दम तोड़ दिया। इस घटना के एक चश्मदीद ने बताया कि उन्होंने जब गर्भवती गाय को तड़पते हुए देखा तो नगर निगम कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष आनंद वर्मा को सबसे पहले फोन किया। उनकी पहल पर नगर निगम के डाक्टर की टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई।
आस पास खड़े तमाबीनों से भी गाय को बचाने की अपील की गई । उनके अनुसार उन्होंने नगर निगम के पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद राव से फोन पर बात करके गाय की मदद करने का अनुरोध किया। इस दौरान एनजीओ जीव आश्रय के निजी चिकित्सक डा. रंजीत सिंह ने गाय का प्राथमिक उपचार किया। डा. रंजीत सिंह ने स्थानीय युवकों की मदद से गाय के पेट मरे बच्चे को बाहर निकाला।
उन्होंने सलाह दी कि यदि गाय पैरों पर खड़ी हो जाएगी तो अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहां खड़े लोगो ने मिलकर गाय को खड़ा किया, कुछ देर बाद गाय वहां से चली गई और गाय के भ्रूण को नगर निगम के कर्मचारी अपने साथ ले गये। स्थानीय युवाओ में अर्जुन गुप्ता , गुड्डू , तौकीर अहमद , विशेष जसवानी , विक्रम जीत सिंह आदि ने भी डाक्टरों की पूरी मदद की। इसके अलावा पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद तत्काल अपनी टीम और कैटल कैचर विभाग के राजीव, दीपक, ड्राइवर अंशुल मिश्रा आदि मौके पर पहुंचे और तड़प रही गाय का उपचार शुरू किया। किन्तु गाय तो बचा ली गई लेकिन उसके गर्भ ने पेट में ही दम तोड़ दिया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी