कोविड का वायरस एक बार फिर से दुनियाभर के लिए खतरा बन रहा है. हर दिन कोरोना के एक्टिव केस बढ़ रहे हैं. देश में कोरोना के नए सब वेरिएंट जेएन.1 के कारण कोविड के मामलों में इजाफा हो रहा है. इस बीच सर्दियों के मौसम में फ्लू के केस भी आ रहे हैं. फ्लू और जेएन.1 वेरिएंट के लक्षण लगभग एक जैसे हैं. ऐसे में इनमें अंतर पहचानना मुश्किल हो रहा है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इनमें अंतर की पहचान कैसे कर सकते हैं.
नई दिल्ली के एम्स में डॉ. अंकित गुप्ता बताते हैं कि सर्दियों के इस मौसम में हर साल फ्लू के केस सामने आते हैं. ये समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो जाती है. कुछ मामलों में फ्लू के लक्षण की वजह से निमोनिया होने का भी खतरा रहता है. ऐसी समस्या बच्चों में ज्यादा देखी जाती है.
जहां तक फ्लू के लक्षणों की बात है तो फ्लू होने पर शरीर में दर्द और बुखार आता है. बुखार हल्का और तेज दोनों तरह का भी हो सकता है. फ्लू अधिकतर लोगों में दो से तीन दिन में ठीक हो जाता है. फ्लू के दौरान नाक का बंद होना और नाक का बहना जैसी समस्या भी हो जाती है.
नए वेरिएंट जेएन.1 के लक्षण
डॉ अंकित बताते हैं कि कोविड के नए वेरिएंट जेएन.1 के लक्षण भी लगभग फ्लू की तरह ही हैं, लेकिन कुछ मामलों में मरीज को सांस लेने में परेशानी हो सकती है. यह समस्या उन लोगों को होने का खतरा रहता है जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है और जिनको पहले से कोई गंभीर बीमारी है.
टेस्ट कब कराएं
अगर आपको सामान्य खांसी-जुकाम बुखार है तो ये फ्लू ही हो सकता है. अगर ये दो से तीन दिन में खुद ठीक हो रही है तो टेस्ट कराना जरूरी नहीं है, लेकिन अगर आप हाल ही में किसी कोविड से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं और आपको फ्लू के लक्षण नजर आ रहे हैं तो अस्पताल जाकर कोविड टेस्ट करा लेना चाहिए.
बढ़ रहे कोविड के मामले
देश में कोविड के केस बीते 10 दिन से हर दिन बढ़ रहे हैं. एक्टिव मामलों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. देश में कोविड के 90 फीसदी से ज्यादा केस केरल से आ रहे हैं. कोविड का नया वेरिएंट जेएन.1 भी सबसे पहले देश में केरल में ही रिपोर्ट हुआ था. केरल में बीते 15 दिन से कोविड के मामलों में इजाफा जारी है.