लखनऊ। आदित्यनाथ की सरकार में बलात्कारियों व हत्यारों की जाति देखी जा रही है। लोकतंत्र के अन्दर कोई निर्वाचित मुख्यमंत्री अगर बलात्कारियों और हत्यारों की जाति देखकर न्याय करेगा तो समाज के साथ न्याय नही कर सकता है।
सूबे के मुख्यमंत्री को 24 करोड़ लोगों के लिये काम करना चाहिये ना कि जाति विशेष के लिये काम करना चाहिये। सूबे में जाति की नही जनता की सरकार चाहिये। यह बात राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कही।
उन्होने कहा कि हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों के लिये यह शर्म की बात है कि गाजियाबाद के 236 बाल्मीकि समाज के लोगों ने हाथरस घटना से दुखी होकर हिन्दू धर्म त्याग दिया। भाजपा की मानसिकता दलित विरोधी है। हाथरस में सरकार ने बलात्कारियों का साथ दिया। दलित समाज के सम्मान को पैरों से कुचलने का काम किया। आने वाले पांच साल दलितों के लिये कष्टकारी हो सकता है। क्योंकि भाजपा उन्हे पलायन करने पर मजबूर करेगी।
शाश्वत तिवारी