उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में घंटाघर के पास नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ महिलाओं का धरना जारी है। इस बीच पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। रविवार सुबह घंटाघर पर उस समय अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला जब पुलिस ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं से खाने-पीने के सामान समेत कंबल जब्त कर लिए। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शन कर रही महिलाओं के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई।
वहीं, पुलिस ने मौके पर मौजूद पुरुष प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि पुलिस ने उनके सामान जब्त कर लिए और टेंट और खाने का सामान प्रदर्शनस्थल पर नहीं पहुंचने दिया। महिलाओं का कहना है कि पुलिस आंदोलन बंद कराने की कोशिश कर रही है। महिलाओं का कहना है कि जब तक सीएए को केंद्र की मोदी सरकार वापास नहीं लेती उनका आंदोलन जारी रहेगा।
वहीं, दिल्ली के शाहीन बाग में भी सीएए के खिलाफ महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। शाहीन बाग में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन को एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। हर रोज सैकड़ों लोग यहां पहुंचकर सीएए के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हैं। करीब 100 मीटर क्षेत्र में लगाए गए अस्थायी टेंट में महिलाएं मोर्चा संभाले हुए हैं। दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाली यह करीब 2.5 किलोमीटर लंबी सड़क नंबर 13ए बीते साल 15 दिसंबर से ही बंद है।