जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले आतंकियों को लेकर बड़ी बात सामने आई है। पुलिस टीम पर हमला करने वाले जिन तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को मुठभेड़ में ढेर किया, उनके पास से पाकिस्तान में बने हथियार बरामद हुए हैं। शुक्रवार को अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा मारे गए ये तीनों आतंकवादियों की पुलिस को निशाना बनाने की योजना थी। साथ ही बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की प्लानिंग थी।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने आतंकियों के पास से जिन चीजों को बरामद किया है, उनमें पाकिस्तान में निर्मित मॉर्फिन इंजेक्शन, आईईडी और कवच भेदी गोलियां शामिल हैं। पुलिस द्वारा बरामद किए गए ये हथियार, इन आतंकवादियों का कनेक्शन सीधे पाकिस्तान से जोड़ता है। मारे गए ये तीनों आतंकवादी पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी थे।
हथियारों का जखीरा बरामद
पुलिस ने मारे गए आतंकियों के पास से शुक्रवार को एके -47 राइफल, मैगजीन और ग्रेनेड भी बरामद किए थे। इसके अलावे, उन आतंकियों के पास से तीन डेटोनेटर, आरडीएक्स, छह चाइनीज ग्रेनेड और 32,000 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने कहा कि ये तीनों आतंकवादी ट्रकों के जरिए भारत में घुस गए थे। हालांकि, वे भारत और पाकिस्तान के बीच बहने वाली नदियों और अन्य जल निकायों के माध्यम से भी वे घुसपैठ करने में सक्षम थे। पुलिस ने बताया कि ये तीनों आतंकी ट्रक में छुप कर श्रीनगर की ओर जा रहे थे, तभी सुबह 5 बजे सुरक्षा जांच के दौरान पुलिस ने उन्हें टोल प्लाजा पर रोक दिया।
चेकिंग के दौरान मुठभेड़
ट्रक को पुलिस ने जैसे ही जांच करने के मकसद से रोका, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें एक जवान घायल हो गया। हालांकि, तीनों आतंकियों को पुलिस ने मार गिराया। एक आतंकी को जहां पुलिस ने सुबह ही मार गिराया, जबकि दो आतंकी जो जंगल की ओर भागे गए थे, उन्हें भी बाद में मार दिया गया।
राज्य पुलिस प्रमुख ने बताया कि ट्रक चालक एवं कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के बाद जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया और पूरे जंगल क्षेत्र को घेर लिया गया। बाद में, मुठभेड़ में दो और आतंकवादी मारे गये। समीर, कंडक्टर आसिफ और एक अन्य आतंकवादी से पूछताछ की जा रही है।
पुलवामा के आत्मघाती हमलावर का भाई था चालक
जैश ए मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों को कश्मीर ले जा रहे ट्रक का चालक पुलवामा आत्मघाती बम हमलावर का रिश्ते का भाई था। ट्रक चालक की पहचान पुलवामा के समीर डार के रूप में हुई है। उसका भाई मंजूर डार 2016 में मारा गया था। वह आदिल डार का रिश्ते का भाई है। जेईएम के आदिल डार ने पिछले वर्ष फरवरी में विस्फोटकों से लदी कार से पुलवामा जिले के लेथपुरा इलाके में सीआरपीएफ की बस को टक्कर मार दी थी जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
बड़े आतंकी हमले की थी साजिश
अधिकारी की मानें तो उसने आतंकवादियों को कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के दयाला चक इलाके से देर रात करीब दो बजे अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद अपने साथ लिया। अधिकारियों को संदेह है कि आतंकवादियों ने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर आतंकवादी हमले की योजना बनाई होगी। साथ ही करीब 300 किलोमीटर लंबे राजमार्ग के समीप सुरक्षा शिविरों को भी निशाना बनाने की उनकी योजना रही होगी क्योंकि उनके पास तार काटने की मशीन और बुलेटप्रूफ जैकेट भी थे।