तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी नेता) डेरेक ओब्रायन ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आगामी जीएसटी परिषद की बैठक के दौरान स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी की तत्काल समीक्षा करने की अपील की। उन्होंने इसे वापस लेने का भी आग्रह किया। टीएमसी नेता ने सीतारमण को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी को वापस लेने की मांग की।
डेरेक ओब्रायन ने कहा, “स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी मध्यम वर्ग के 45 करोड़ भारतीयों पर बोझ है। ये बीमा योजनाएं संकट के समय वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।” उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर उच्च जीएसटी दर लगाने से कई लोग बीमा योजनाओं का विकल्प नहीं चुन पाएंगे। साथ ही कई लोग अपनी नीति को नवीनीकृत भी नहीं कर सकेंगे। बड़ी संख्या में मध्यम वर्ग इससे प्रभावित हो रहे हैं।
डेरेक ओब्रायन ने बताया कि टीएमसी समेत विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को संसद में उठाया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखकर बीमा प्रीमियम पर जीएसटी को वापस लेने का अनुरोध किया। ओब्रायन ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के उस पत्र का भी हवाला दिया, जिसमें नागपुर डिवीजन लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन कर्मचारी संघ की चिंताओं को उठाया गया था।