इस बार के बजट में आयात शुल्क घटने से सोना हाल के दिनों में अच्छा खासा सस्ता हुआ है। बावजूद इसके जनवरी से लेकर अब तक इस बहुमूल्य मेटल ने सेंसेक्स और निफ्टी से ज्यादा फायदा दिया है। इस दौरान सेंसेक्स ने जहां 12.5 प्रतिशत मुनाफा दिया, वहीं निफ्टी ने 14 प्रतिशत लाभ पहुंचाया। सोने ने 15 और चांदी ने 11 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। आंकड़ों के मुताबिक, 29 दिसंबर, 2023 को सोने की कीमत दिल्ली सराफा बाजार में 63,950 रुपये प्रति दस ग्राम पर थी। 23 अगस्त को यह 73,800 रुपये पर पहुंच गई। यानी 15 प्रतिशत की बढ़त। हालांकि, 20 अगस्त को कीमतें 74,000 के पार थीं, लेकिन हालिया आयात शुल्क घटने से कीमतों में गिरावट आई है। चांदी 78,500 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 87,000 रुपये किलो हो गई। यानी 11 प्रतिशत की तेजी।
चांदी इस साल में 96,000 रुपये तक पहुंची है। इस स्तर से इसकी कीमतें करीब 9,000 रुपये घट गई हैं। उधर, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स 29 दिसंबर को 72,240 पर बंद हुआ था। अब यह 81,086 पर पहुंच गया है। यानी 12.5 फीसदी का फायदा। इसी दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 21,731 सेबढ़कर 24,823 पर पहुंच गया। इसमें 14 प्रतिशत की तेजी देखी गई है। विश्लेषकों का मानना है कि इस पूरे साल में शेयर बाजार के साथ सोने-चांदी में भी अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है। वैश्विक स्तर पर महंगाई के साथ ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद भी है। ऐसे में सोना जहां संकट के समय सुरक्षा का भरोसा देता है, वहीं आर्थिक गतिविधियों में तेजी से शेयर बाजार अच्छा रिटर्न देता है।
शुल्क घटने से बढ़ गई मांग
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, आयात शुल्क में कटौती से देश में सोने की मांग में फिर से उछाल आया है। हाल में समाप्त हुए इंडिया इंटरनेशनल ज्वेलरी शो की रिपोर्ट से पता चलता है कि खुदरा विक्रेताओं की ओर से ऑर्डर बुकिंग में काफी वृद्धि हुई है, खासकर आगामी त्योहार और शादी के सीजन की तैयारी में।