हजारों बैंक कर्मचारी कल यानी 8 जनवरी को एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे. भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का कहना है कि इससे उसके काम पर बेहद कम प्रभाव पड़ेगा. एसबीआई ने घोषणा की है कि उसके कुछ कर्मचारी हड़ताली यूनियनों का हिस्सा हैं, इसलिए उसके काम काज पर प्रभाव कम से कम होगा.
एक रिपोर्ट के अनुसार एसबीआई ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया “हड़ताल में भाग लेने वाले यूनियनों में हमारे बैंक कर्मचारियों की सदस्यता बहुत कम है, इसलिए बैंकों के ऑपरेशन पर हड़ताल का असर कम से कम होगा.” हालांकि एक अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा का कहना है कि उसके कामकाज पर इस हड़ताल का असर पड़ सकता है.
सिंडिकेट बैंक ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर अपने ग्राहकों को कहा है कि 8 जनवरी को बैंक की हड़ताल से पहले लेनदेन कर लें. इस हड़ताल को पांच बैंक कर्मचारियों के समूह और पीएसयू बैंक कर्मचारियों का समर्थन है.
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), बैंक एम्प्लोयी फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (BEFI), इंडियन नेशनल बैंक एम्प्लोयी फेडरेशन (INBEF) और इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) ने संयुक्त रूप से एक परिपत्र जारी किया है. गौरतलब है कि कई सार्वजनिक क्षेत्र के के विलय के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले के खलाफ ये यूनियनें हड़ताल कर रहे है.