8 जनवरी यानी बुधवार को अगर आपका कोई बैंक से संबंधित कार्य है तो वह लटक सकता है. बुधवार को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रह सकते हैं. दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने नरेंद्र नरेन्द्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में 8 जनवरी को ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है. इसको लेकर बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल पर बैठने का निर्णय किया है. यूनियनों ने दावा किया है कि आठ जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में 25 करोड़ लोग शामिल होंगे. ट्रेड यूनियनों इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी सहित विभिन्न संघों व फेडरेशनों ने पिछले वर्ष सितंबर में आठ जनवरी, 2020 को हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी.
बैंक कर्मचारी व अधिकारियों के बैंक हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाओं पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है. बुधवार को बैंकों की कई शाखाएं बंद रह सकती हैं, क्योंकि बैंक यूनियनों ने कर्मचारियों को चाबियां स्वीकार नहीं करने को बोला है. इसको लेकर कई स्थानों पर एटीएम सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं, लेकिन नेट बैंकिंग सामान्य रूप से काम करने की आसार है. क्योंकि NEFT औनलाइन स्थानान्तरण अब 24×7 उपलब्ध है.
वहीं हिंदुस्तान का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक ( भारतीय स्टेट बैंक ) ने बैंक हड़ताल का सेवाओं पर प्रभाव कम उम्मीद किया है जबिक बैंक ऑफ बड़ौदा को भय है कि हड़ताल से संचालन पर प्रभाव पड़ सकता है. एसबीआई ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, ” हड़ताल में भाग लेने वाले यूनियनों में हमारे बैंक कर्मचारियों की सदस्यता बहुत कम है, इसलिए बैंकों के ऑपरेशन पर हड़ताल का प्रभाव कम से कम होगा.“