US के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने इराक को धमकी देते हुए कहा है कि, यदि US उनके देश से बाहर निकला तो बर्बाद हो जाओगे। बता दें कि ईरान के बाहुबली कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईराक ने अमेरिकी फौज को देश से बाहर जाने की बात कही थी। इराक अब अपनी उस गलती पर पछताता कर रहा है, जो उसने 2014 में की थी।
आपको बता दें कि इसी वर्ष 2014 में इराक ने हावी होते आतंकवाद के खात्मे करने के लिए अमेरिकी फौज को अपनी जमीन सौंपी थी। लेकिन अब इराक को ये डर सताने लगा है कि कासिम की मौत उस पर भारी पड़ सकती है। वहीं दूसरी बात ये भी है कि वह कहीं न कहीं ईरान से अब किसी भी सूरत से दो-दो हाथ करने की स्थिति में नहीं है।
इसके लिए न तो उसके आर्थिक हालत अच्छे है और न ही उसकी आर्मी इत़नी बड़ी और ताकतवर है कि वह ईरान का मुकाबला कर सकें। ईरान से युद्ध में उलझाकर वह अपने ही पांव पर कु़ल्हाड़ी मारने का काम़ नहीं करेगा। खाड़ी युद्ध में वह इसका नतीजा बहुत करीब से देख चुका है।
दरअसल इराकी पीएम के इस बयान के बाद US ने साफ कर दिया यदि उन्होंने ऐसी कोई भी कोशिश की तो ये उस पर बहुत भारी पड़ेगी। US ने इराक को चेतावनी देने के अंदाज में साफ कर दिया है कि न्यूयॉर्क के फेडरल रिजर्व बैंक के अकाउंट की पहुंच से महरूम हो जाएगा। वाल स्ट्रीट जनरल की खबर के हवाले से इसकी सूचना खुद इराकी पीएम आदिल अब्दुल महदी के ऑफिस की तरफ से दी गई है।
वर्तमान में ईरान पर प्रतिबंधों के बाद भी US ने इराक को फ्यूल जनरेटर के लिए ईरान से गैस लेने की छूट दे रखी है। इसकी समय सीमा फरवरी में खत्म हो रही है। इराक द्वारा US को देश से बाहर निकालने की सूरत में इस समय-सरहद को बढ़ाने से मना किया जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो ये इराक की बदहाली का रास्ता खोल देगी जो उसके लिए अच्छा नहीं होगा।