गुजरात। अहमदाबाद ( Ahmedabad ) में रविवार को दो इमारते ढ़ह गई जिसमे अब तक चार लोगों को बाहर निकाला जा चूका है। वहीं अभी 8-10 लोगों के दबे होने की आशंका है। ओढव इलाके में करीब दो दशक पहले एक सरकारी आवासीय योजना के तहत इनका निर्माण हुआ था।
Ahmedabad : चार मंजिला इमारतों के गिरने के बाद से
अहमदाबाद में रविवार रात दो, चार मंजिला इमारतों के गिरने के बाद से यहां राहत व बचाव कार्य जारी है। इस हादसे को लेकर गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि घटना के बाद से प्रशासन, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और फायर ब्रिगेड की टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। ये टीमें बचाव अभियान में आधुनिक उपकरणों का भी प्रयोग कर रही हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने शनिवार को इस ब्लाॅक को खाली करा दिया था।
चार लोगों को बाहर निकाला
अधिकारियों को इमारत की हालत देखकर आशंका थी कि ये किसी भी समय गिर सकती है लेकिन कुछ लोग फिर से यहां रहने पहुंच गए थे। एेसे में रात को जिस समय यह इमारत ढही है उस वक़्त वहां मौजूद लोग मलबे में दब गए हैं। क्षेत्रीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी 8-10 लोगों के मलबे के नीचे फंसने की आशंका है। हालांकि फंसे लोगों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। वहीं इस सबंंध में एएमसी सहायक मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजेश भट्ट ने कहा कि अब तक चार लोगों को बचाया गया है। इसके अलावा बचाव व राहत कार्य जारी है।
बारिश के कारण लोग इमारत में रहने पहुचें
अहमदाबाद के महापौर बिजल पटेल ने कहा, एएमसी के अधिकारियों ने पहले ही लोगों को अपने घर खाली करने के लिए कहा था लेकिन कुछ निवासी बारिश के कारण आज इमारत में लौट आए थे। हादसे को लेकर एएमसी कमिश्नर विजय नेहरा ने कहा कि सरकारी कॉलोनी के निर्माण के दो इमारतों में करीब 300 लोग रह रहे थे। ये दोनों ब्लाॅक पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने जिला कलेक्टर को फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की सेवाएं लेने का निर्देश दिया था।