नवग्रहों के दोष दूर करने के लिए आहार संबंधी भी सलाह दी जाती है। फलों के रस पीने से भी कमजोर ग्रह मजबूत होते हैं.. इनसे सेहत का फायदा तो होता ही है।
ग्रह नक्षत्रों के अशुभ प्रभाव को विशेष फल और सब्जियों का सेवन कर शुभ प्रभाव में बदला जा सकता है। तो जानिए किस फल या सब्जी के रस को पीने से कौन सा ग्रह शांत होता है।
सूर्य : सूर्य यश मान-सम्मान और हृदय का कारक होता है। अगर आप सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को कम करना या फिर खत्म करना चाहते हैं तो आपको चुकंदर अनार टमाटर और आम के रस का सेवन करना चाहिए। इन सभी फलों के रस का सेवन करने से सूर्य की नकारात्मकता खत्म हो जाती है और जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
चंद्रमा : चंद्रमा मन, सौंदर्य और मानसिक शांति का कारक होता है। अगर आपके जीवन में चंद्रमा का अशुभ प्रभाव हो तो आप उसे खत्म करने के लिए लीची, खरबूजा और गन्ने के रस का सेवन कर सकते हैं। लीची खरबूजे और गन्ने के रस का सेवन करने से चंद्रमा का अशुभ प्रभाव जीवन से खत्म हो जाता है।
मंगल : अगर आप अपने जीवन से मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करना चाहते हैं तो आपको अनार चुकंदर और टमाटर के रस का सेवन करना चाहिए। अनार, टमाटर और चुकंदर के रस का सेवन करने से मंगल के अशुभ प्रभाव जीवन से खत्म हो जाते हैं।
बुध :बुध बुआ मौसी बहन बुद्धि वाणी और ज्ञान का कारक हुआ करता है। अगर आप रोज नाशपाती और हरे आंवले के रस का सेवन करते हैं तो बुध का अशुभ प्रभाव जीवन से खत्म हो जाता है।
गुरु : गुरु धन के साथ साथ ज्ञान और यश का कारक भी होता है। अगर आप अपने जीवन से गुरु के अशुभ प्रभाव को खत्म करना चाहते हैं तो आपको केले, पके पपीते, संतरे और नारंगी के रस का सेवन करना चाहिए।
शुक्र : ऐश्वर्य, धन, सुख सुविधा और सौंदर्य का प्रतीक है शुक्र, शुक्र के अशुभ प्रभाव को खत्म करना चाहते हैं तो आपको लीची और खरबूजा के जूस का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही साथ मूली और शलजम का रस भी शुक्र के अशुभ प्रभाव को खत्म करता है।
शनि-राहु-केतु : ये तीनों ही ग्रह छाया ग्रह माने गए हैं। इनकी अशुभता दूर करने के लिए काले अंगूर का रस, फासले का रस और जितने भी काले फल और सब्जी का रस हो सकता है, सेवन करें, फायदा होगा…