लखनऊ। आकांक्षी नगर योजना के कार्यान्वयन हेतु मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय गवर्निंग समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में योजना की प्रगति के सम्बंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मुख्य सचिव ने कहा कि चयनित सीएम फेलोज का 2 सप्ताह का प्रशिक्षण शीघ्र पूर्ण कराते हुए इन्हें सम्बंधित निकायों में तैनात किया जाये। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न शासकीय विभागों से समन्वय करते हुए योजना के प्रभावी व त्वरित कार्यान्वयन के निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि आकांक्षी नगर योजना के अन्तर्गत चयनित शहरों में आगनबाड़ी केन्द्रों एवं विद्यालयों के उन्नयन व सुदृढीकरण हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में 9591.99 लाख रू0 की धनराशि स्वीकृत की गई है। इस धनराशि से 348 आंगनबाडी केन्द्रों के सुदृढीकरण में, नगर निकायों में संचालित विद्यालयों में 398 अतिरिक्त कक्ष व 913 स्मार्ट क्लास की स्थापना का कार्य कराया जायेगा।
नगर विकास विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदेश की 20000 से 1 लाख की जनसंख्या वाली 100 सबसे कम विकसित निकायों का चयन आकांक्षी नगर योजना के अन्तर्गत किया गया है। इस योजना के अन्तर्गत चयनित निकायों में शहरी नियोजन, बुनियादी ढांचे, आर्थिक विकास, आजीविका के अवसरों में वृद्धि करते हुए निकायों का सतत समृद्ध विकास किया जाना है।
चयनित निकायों में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं के समयबद्ध कार्यान्वयन, निकाय की टीम के साथ समन्वय, योजना के प्रभावी निष्पादन और कार्यान्वयन हेतु सर्वेक्षण, अध्ययन, प्राथमिक डेटा का संग्रह, निगरानी एवं योजनाओं के संचालन में आने वाली चुनौतियों के समाधान हेतु सीएम फेलोज पद के चयन हेतु में कुल 1,03,788 आवेदन प्राप्त हुए।
पद की अपेक्षित अर्हताओं के सापेक्ष परीक्षण करते हुए 446 आवेदको का साक्षात्कार किया गया जिसमें से 100 सीएम फेलोज के चयन की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार, आवास आयुक्त रणवीर प्रसाद, निदेशक स्थानीय निकाय डॉ नितिन बंसल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।