Breaking News

UPJA के तत्वाधान में कृष्णांजलि नाट्यशाला में ‘महामना मालवीय का देश के विकास में योगदान’ विषयक Seminar संपन्न

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (Uttar Pradesh Journalists Association) के तत्वाधान में राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी परिसर स्थित कृष्णांजलि नाट्यशाला में भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय का देश के विकास में योगदान विषय पर संगोष्ठी (Seminar) का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि महापौर प्रशांत सिंघल (Mayor Prashant Singhal), एमएलसी डा मानवेन्द्र प्रताप सिंह(MLC Dr Manvendra Pratap Singh), पूर्व महापौर सावित्री वाष्र्णेय ने संयुक्त रूप् से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं उनके समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। UPJA के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा संचालन वरिष्ठ पत्रकार पंकज धीरज ने किया।

राष्ट्रपति बोलीं- संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में अधिक महिलाओं को शामिल करना जरूरी

संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए महापौर प्रशांत सिंघल ने युवाओं का आह्वाहन किया कि वे सत्य के मार्ग पर चलकर प्रगति करें और महामना मालवीय के आदर्शों से प्रेरणा लेकर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े। अच्छे कार्यों में महामना मालवीय की तरह परेशानिया तो आएगी लेकिन सत्य कभी पराजित नहीं हो सकता।

मुख्य वक्ता एमएलसी डा मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि समाज सेवा करनी है तो महामना मालवीय की तरह अहंकार छोडना होगा। मालवीय जी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ काशी विश्वविद्यालय की स्थापना कर हजारों युवाओं को शिक्षित बनाकर आंदोलन का रूप् दिया।

पूर्व महापौर सावित्री वाष्र्णेय ने कहा कि मालवीय जी मानव में ईश्वर के दर्शन करते थे। वह सहनशील और निष्कामभाव कर्मयोगी थे।

शिक्षाविद् डाॅ गिर्राज किशोर ने महामना का जीवन परिचय सुनाते हुए कहा की वह पहले और अंतिम व्यक्ति थे जो कि महामना की उपाधी से विभूषित थे।

डाॅ वीपी पांडेय ने कहा कि मालवीय हिंदी के पक्षधर थे उन्होंने लार्ड मैकाले द्वारा स्थापित की गई अंग्रेजी शिक्षा का घोर विरोध किया। डाॅ कमल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मालवीय ने सत्यमेव जयते का नारा दिया और अनेक शिक्षा मंदिरों की स्थापना की।

वरिष्ठ पत्रकार एवं दैनिक प्रावदा के सम्पादक सुबोध सुहृद्र,कार्यक्रम प्रभारी डाॅ राकेश सक्सैना और भाजपा नेता नंद कुमार नवमान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उपजा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कहा कि मालवीय जी इच्छा शक्ति के धनी थे और सनातन धर्म की स्थापना के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष करते रहे। ऐसे मनीषी व्यक्तित्व से युवाओं को सीख लेकर देश की भालाई के लिए कार्य करना चाहिए।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार तेजवीर सिंह चैहान, सुशील शर्मा व रवि कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत शाॅल उढाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर किया।

कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने मनोहारी डांस तथा नोशाद एण्ड कम्पनी ने सांस्कृतिक प्रोग्राम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में सुशील तौमर, प्रवीण कुमार, वकील अहमद,विशाल नारायण शर्मा, मनोज शर्मा, सुशील शर्मा, रविकुमार सिंह,उपजा हाथरस के जिलाध्यक्ष संजय शर्मा, पीएन वर्मा, धर्मेंद्र चैधरी आदि पत्रकार मौजूद रहे।

पद्मश्री हेमा मालिनी चोटीपुरा में गुरुकुल के संस्कारों से सराबोर

About reporter

Check Also

नई शिक्षा नीति के सभी कंपोनेंट को अपनाए विश्वविद्यालय: डॉ निर्मलजीत सिंह कलसी

अयोध्या,( जय प्रकाश सिंह)। डॉ राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय (Dr. Ram Manohar Lohia Avadh University) के ...