लखनऊ। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 10 फरवरी से चल रहे सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान की हकीकत जानने के लिए स्वास्थ्य विभाग की केन्द्रीय टीम ने शुक्रवार को काकोरी ब्लॉक के दसदोई और पठानखेड़ा गांवों का भ्रमण किया।
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केन्द्रीय टीम ने दसदोई गांव के बेचालाल सहित कई ग्रामीणों के घरों में जाकर उनसे फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन की जानकारी ली। सभी ने बताया कि उन्होंने और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया है।
केन्द्रीय टीम ने आशा कार्यकर्ता चांदनी से गाँव में दवा खिलाए जाने की जानकारी ली। आशा कार्यकर्ता ने बताया कि कुछ लोगों ने दवा का सेवन करने से मना कर दिया था लेकिन बाद में समझाने के बाद में दवा का सेवन कर लिया था।
काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा दिलीप कुमार भार्गव ने बताया कि टीम आईडीए अभियान से पूरी तरह संतुष्ट थी। उन्होंने अभियान में लगे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के काम की सराहना की। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि इससे पहले टीम जनपद के अन्य ब्लॉक में आईडीए अभियान को देख चुकी है।
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केन्द्रीय टीम में राज्य कीट विज्ञानी डा विपिन कुमार, हेमंत नेगी, राम कुमार श्रीवास्तव और राहुल कुमार सिंह थे। इसके अलावा भ्रमण के दौरान काकोरी के बीसीपीएम प्रद्युम्न कुमार मौर्य, मलेरिया इंस्पेक्टर सीमा शुक्ला, आशा कार्यकर्ता और एएनएम उपस्थित रहे।
बताते चलें कि जनपद में 10 फरवरी से सात मार्च तक आईडीए अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को छोड़कर फ़ाईलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही है।