अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन इन दिनों सऊदी की यात्रा पर हैं। इस दौरान स्मृति ईरानी ने मंगलवार को तीसरे हज और उमरा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लिया। इसके साथ ही उन्होंने मक्का क्षेत्र के उप राज्यपाल और हज और उमरा मंत्री के साथ बेहतर सहयोग के लिए आगे की संभावनाओं पर चर्चा की। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन भी मौजूद रहे।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में इसकी जानकारी दी। बयान में बताया गया कि उमरा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं पर विचारों और सूचनाओं का आदान-प्रदान हुआ। यह भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए हज अनुभव को बेहतर बनाने में उपयोगी साबित होगी। बयान में यह भी कहा गया कि हज 2024 के दौरान भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं और सेवाओं में सुधार के साथ ही करीबी सहयोग की गुंजाइश पर मक्का क्षेत्र के उप राज्यपाल और हज और उमरा मंत्री के साथ भी चर्चा हुई।
स्मृति ईरानी ने किया पोस्ट
अपनी यात्रा को लेकर अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अक्स पर पोस्ट किया। इसमें उन्होंने सऊदी हज और उमरा मामलों के मंत्रालय का आमंत्रण के लिए आभार जताया। साथ ही लिखा कि मक्का क्षेत्र के उप-गवर्नर एचआरएच प्रिंस सऊद बिन मिशाल बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के साथ एक व्यावहारिक बैठक की। इस दौरान, हज 2024 के दौरान भारतीय हज यात्रियों के लिए सुविधाओं और सेवाओं को बढ़ाने पर चर्चा की गई।
इससे पहले, स्मृति ईरानी ने सोमवार को इस्लाम के सबसे पवित्र शहरों में से एक मदीना शहर की भी यात्रा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, टसऊदी अधिकारियों के सहयोग से आज मदीना में पैगंबर की अल मस्जिद अल नबवी, उहुद पर्वत और इस्लाम की पहली क्यूबा मस्जिद के बाहरी क्षेत्र की यात्रा की। ये सभी स्थान इस्लामी इतिहास के प्रारंभिक चरण से जुड़े हुए हैं, जो हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव की गहराई को रेखांकित करते हैं।’