लखनऊ। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने आज उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की। बैठक में रेल परिचालन, समयपालनबद्धता, मालभाड़ा लदान और रेलपथों पर संरक्षा पर चर्चा की गयी।
श्री गंगल ने बताया कि मालभाड़ा परिवहन में रॉलिंग स्टॉक के बेहतर उपयोग के लिए उत्तर रेलवे ने 11 अगस्त से 17 अगस्त के बीच 970 क्रेक रेलगाडि़यों का परिचालन किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की और अधिक रेलगाडियां चलाई जायेंगी। उन्होंने मानव-शक्ति और क्रू के बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता पर बल दिया।
महाप्रबंधक ने रेलगाडि़यों की समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखने और गतिशीलता को बढ़ाने से संबंधित कार्यों में तेजी लाने तथा कार्यों की प्रगति की जांच के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेलपथों और वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने तथा रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन पर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। महाप्रबंधक ने पेड़ों की छँटाई करने और रेलपथों के आसपास उग आई वनस्पतियों को साफ किए जाने के कार्यों का जायजा लिया।
श्री गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय असफलताओं को कम करने तथा रेल दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन कामों में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कार्यों की प्रगति और रेल परिचालन से संबंधित निरीक्षणों को बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि खाद्यान्नों एवं अन्य मदों के लदान में प्रत्येक गुजरते माह के साथ वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी