नई दिल्ली। स्टील निर्माता अग्रणी कंपनी टाटा स्टील ने शनिवार को उषा मार्टिन लिमिटेड (यूएमएल) के स्टील कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की है। टाटा TATA स्टील के मुताबिक यह सौदा करीब 4,300-4,700 करोड़ रुपये मूल्य का होगा।
TATA : नियामकीय मंजूरियों की दरकार
इसे फिलहाल कुछ नियामकीय मंजूरियों की दरकार होगी, जिसमें भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआइ) से मिलने वाली मंजूरी सबसे अहम है। कंपनी ने बयान में कहा है कि सौदा लगभग नौ महीनों में पूरा हो जाएगा। शर्तों के मुताबिक सौदा पूरा होने के बाद टाटा स्टील या उसकी कोई भी सहायक शाखा उषा मार्टिन का के स्टील कारोबार का अधिग्रहण कर सकती है। बयान में कहा गया है कि सौदे के तहत लेनदेन और अधिग्रहण की संरचना पर अंतिम फैसला जल्द ले लिया जाएगा।
क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनियों में
उषा मार्टिन ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी जानकारी में बताया कि टाटा स्टील के हाथों स्टील कारोबार बेचने से उसे अपना कर्ज घटाने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी। गौरतलब है कि उषा मार्टिन दुनियाभर में वायर रोप निर्माण क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनियों में एक है। देश में यह स्पेशलिटी स्टील उत्पादन क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है।
कोयला खदान और कैप्टिव बिजली
उषा मार्टिन के स्टील कारोबार में कई संपत्तियां शामिल हैं। इनमें जमशेदपुर (झारखंड) स्थित स्पेशलाइज्ड एलॉय आधारित 10 लाख टन सालाना क्षमता वाला एक संयंत्र, चालू हालत में एक लौह अयस्क खदान, विकसित हो रहा एक कोयला खदान और कैप्टिव बिजली संयंत्र प्रमुख हैं।
भुगतान के जरिये उषा मार्टिन का
टाटा स्टील ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने पूरी तरह नकद भुगतान के जरिये उषा मार्टिन का स्टील कारोबार खरीदने संबंधी एक निश्चित करार किया है। पिछले वित्त वर्ष की समाप्ति पर टाटा स्टील सालाना कच्चा स्टील उत्पादन क्षमता पौने तीन करोड़ टन थी।