औरैया/बिधूना। जबतक पूरा समाज एकजुट होकर किसी बुराई के ख़िलाफ़ खड़ा नहीं हो जाता, उस बुराई अंत होना संभव नहीं होता है। कुछ ऐसा ही देशभर में व्याप्त कोरोना महामारी के दौरान देखने को मिल रहा है। जहां पूरा देश इस महामारी काल में एकजुट होकर खतरनाक वायरस से युद्ध जीतने में जुट गया है।
ऐसा ही एक उदाहरण औरैया जनपद के बिधूना अंतर्गत रमपुरा गांव में देखने को मिला। जानकारी के मुताबिक गांव में रहने वाले चार युवक जो इंदौर मजदूरी करने गए थे,बीते 30 अप्रैल को वपास गांव लौटे थे। उनके गांव वपास लौटने की जानकारी मिलते ही ग्राम प्रधान उषा देवी के पति मान सिंह ने चारों को गांव के बाहर रोकते हुए चारों पंचायत भवन में रुकवाकर इसकी जानकारी बिधूना क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप व उपजिलाधिकारी राशिद अली को दी।
जिस पर अधिकारी द्वय द्वारा चारों को पंचायत भवन में रखने की सलाह देते हुए उक्त चारों का सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा। आज चारों की जांच रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन राहत की सांस ले रहा है। क्योंकि चारों युवक में से दो रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप ने बताया कि प्रधानपति मान सिंह ने समझदारी दिखाते हुए समय रहते ही युवकों के गांव पहुंचने की जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध करवा दी थी। जिसके चलते गांव में कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सका। उन्होंने कहा कि इस महामारी को फैलने से तभी रोका जा सकता है जब सभी एकजुट होकर प्रशासन के साथ दें और लॉक डाउन का पालन करें। इस बात की जानकारी मिलते ही गांव के लोग प्रधानपति मान सिंह की समझदारी पर उनको बधाई देते थक नहीं रहे हैं।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर